Shailendra Aseem 100 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shailendra Aseem 27 Apr 2022 · 1 min read पिता पहचान, आन-बान व सम्मान पिता हैं होठों पे थिरकती हुई मुस्कान पिता हैं चन्दन की तरह पाक व गंगा सी विमलता भगवान के भेजे हुए वरदान पिता हैं अपनी न... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 14 872 Share Shailendra Aseem 25 Jul 2021 · 3 min read महादैत्य चारों तरफ अन्धकार छाया हुआ था। बच्चे, महिलाएं, बूढ़े, जवान सभी चीत्कार कर रहे थे। कोई किसी की नहीं सुनता। सब इधर-उधर भागते, बेतहाशा खाँसते और अन्त में तड़पकर शान्त... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 2 417 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read प्रथम प्रेयसी उपमा से उपमान जुड़ा है गणना से अनुमान जुड़ा है भोर किरन से,प्रीत मिलन से,शब्द-शब्द से मान जुड़ा है दुनिया की सारी सुन्दरता गीतों में अब ढल जाने दो कवि... Hindi · गीत 3 8 481 Share Shailendra Aseem 23 Jul 2021 · 6 min read अन्तर्द्वन्द्व आज वह फिर उदास बैठा था। उसके चारों ओर प्रकृति का मनमोहक सुन्दरतम रूप अपने सम्पूर्ण वैभव के साथ उपस्थित था। कभी नदी की कल-कल ध्वनि किसी मधुर संगीत का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 6 406 Share Shailendra Aseem 25 Sep 2022 · 1 min read बेटियाँ फूल हैं बेटियाँ बाग हैं बेटियाँ। नेह संगीत का राग हैं बेटियाँ।। सृष्टि की सर्जना का यही मूल हैं। शक्ति का पुंज हैं आग हैं बेटियाँ।। ✍️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi 3 1 225 Share Shailendra Aseem 27 Jun 2022 · 1 min read रहे न रहे रक़्स-ए-जज़्बात फिर रहे न रहे ये हसीं रात फिर रहे न रहे आज ग़ज़लों से गुफ़्तगू कर लूँ खुल्द-ए-नग़मात फिर रहे न रहे © शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 3 1 231 Share Shailendra Aseem 21 May 2022 · 1 min read पुरी के समुद्र तट पर (1) पुरी के समुद्र तट पर हो चुका है सूर्योदय मछुवारों की नावें आ गयी हैं किनारे जाल में फंसी हैं रंग-बिरंगी मछलियाँ, केकड़े,घोंघे,सुंदर सीप, और भी बहुत कुछ उठाता हूँ... Hindi · कविता 3 3 371 Share Shailendra Aseem 2 May 2022 · 1 min read उबारो हे शंकर ! जगत को मिटाने चला है बवण्डर। उबारो हे शम्भू! उबारो हे शंकर!! पड़ा सृष्टि-अस्तित्व पर घोर संकट, किया कण्ठ-धारण हलाहल तुम्हीं ने। चलीं स्वर्ग से वेग लेकर थीं गंगा, जटा... Hindi · गीत 3 4 384 Share Shailendra Aseem 27 Jul 2021 · 5 min read लकीरें कॉलेज में दाखिले का पहला दिन था। छात्र-छात्राओं और अभिभावकों की भीड़ को देख कर अनायास ही किसी बड़े रेलवे स्टेशन की याद आ रही थी। इसी भीड़ में एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 268 Share Shailendra Aseem 27 Oct 2021 · 1 min read एक दीपक स्वप्न नयनों में समय के पल रहा है देहरी पर एक दीपक जल रहा है देर तक मुंडेर पर जलते रहे जो तिमिर से संघर्ष थे करते रहे जो प्रज्ज्वलित... Hindi · गीत 2 4 344 Share Shailendra Aseem 31 Aug 2021 · 1 min read राधिका मधुवन में महारास की पहचान राधिका अधरों पे जो कान्हा के, वो मुस्कान राधिका जग मन्त्रमुग्ध हो गया जिस टेर को सुनकर उस मोहिनी मुरली की मधुर तान राधिका बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 406 Share Shailendra Aseem 6 Aug 2021 · 1 min read बादलों की उदास... बादलों की उदास आँखों में, दर्द की इक नयी कहानी है ग़ौर से देखिए तो आँसू है, वर्ना बरसात का ये पानी है काँपते होंठ कह रहे थे कुछ, झुकी... Hindi · मुक्तक 2 417 Share Shailendra Aseem 16 May 2022 · 1 min read प्रिय सुनो! दग्ध अन्तर में व्यथाएँ टूटतीं मृदु कामनाएँ दीप की प्रज्ज्वलित लौ सा रक्त प्राण जला रहा हूँ प्रिय सुनो! मैं जा रहा हूँ शक्ति क्या है भक्ति क्या है प्रेम... Hindi · गीत 2 397 Share Shailendra Aseem 27 Sep 2022 · 1 min read पिता का जाना पिता का जाना जैसे, आकाश का छन से टूट कर बिखर जाना चुभ जाना अंग-प्रत्यंग में असंख्य सुइयों की तरह जैसे, कैनवस पर उभर रहे सुन्दर चित्र पर अनायास रंगों... Hindi 2 1 118 Share Shailendra Aseem 30 Sep 2022 · 1 min read सरस्वती वंदना माई तुहरी किरिनिया अँजोर करे हो ईहे मनवा के करिया से गोर करे हो हम त अबोध माई कुछऊ न जानीं तुहईं से लड़ीं झगरीं तुहईं के मानीं तोहरे लिखावल... Bhojpuri 2 2 159 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read रूप का दर्प रूप का दर्प यौवन सजाता रहे मन का पंछी प्रणय गीत गाता रहे तुम गुलाबों सा खिलकर महकती रहो मेरी साँसों में पल पल उतरती रहो नैन अपलक निहारे,निहारे तुम्हें... Hindi · गीत 2 4 433 Share Shailendra Aseem 13 Aug 2021 · 1 min read वो मिला मुझको वो मिला मुझको बेवफ़ा की तरह मैंने चाहा जिसे ख़ुदा की तरह याद ऐसे किसी की आई है जैसे आये कोई सबा की तरह देखता हूँ तो बहक जाता हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 406 Share Shailendra Aseem 19 Aug 2021 · 1 min read ऐ ज़िन्दगी! ऐ ज़िन्दगी ! किस मिट्टी से बनी है तू ? मिट्टी नहीं शायद पत्थर से, पत्थर भी नहीं शायद किसी और ही चीज़ से, पल-पल में बदलती है अनगिनत रंग,... Hindi · कविता 1 388 Share Shailendra Aseem 25 Aug 2021 · 1 min read मुकम्मल फिर मुकम्मल फिर कभी हम ख़्वाब की ताबीर कर लेंगे अक़ीदत की हम अपनी फिर हसीं तस्वीर कर लेंगे अभी है वक़्त हम मिल कर हिफ़ाज़त मुल्क की कर लें रहे... Hindi · मुक्तक 1 228 Share Shailendra Aseem 30 Aug 2021 · 1 min read हे कृष्ण कन्हैया! हे कृष्ण कन्हैया ! रास रचैया !! अब तो मुझे पुकार लो है नाव मेरी भव-सागर अटकी, आ कर इसे उबार लो अपने पग की धूल बना दो पथ से... Hindi · गीत 1 2 407 Share Shailendra Aseem 5 Sep 2021 · 1 min read गुरु न तुम होते अगर पथ में, बिखरता मैं चला जाता। दिये की लौ नहीं जलती, उजाला दूर हो जाता।। तुम्हारे ज्ञान की गंगा, तुम्हारे स्नेह की धारा। भिगोती यदि नहीं... Hindi · कविता 1 2 430 Share Shailendra Aseem 17 Nov 2021 · 1 min read हुस्न चाहत की हुस्न चाहत की निगाहों से निखारुं आ जा मैं कलम से तेरी तस्वीर उतारूँ आ जा ऐ ग़ज़ल तू मेरी हर साँस में, धड़कन में रहे फिर तेरे गेसू-ए-अशआर संवारूं... Hindi · मुक्तक 1 407 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read भारत माता की जय भारत माता की जय,भारत माता की जय तेरा आँचल अम्बर जैसा तेरी गाथा अक्षय सागर चरणों की धूल चखे तू जननी वीर प्रसूता है सरताज हिमालय को लांघे दुनिया में... Hindi · गीत 1 2 425 Share Shailendra Aseem 19 Oct 2021 · 1 min read पलकों के दायरे में पलकों के दायरे में गिरफ़्तार हो गए लो हम भी आशिक़ी के गुनहगार हो गए बदले मिज़ाज यूँ हैं समन्दर के आजकल साहिल भी अब लहर के तलबगार हो गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 229 Share Shailendra Aseem 23 Oct 2021 · 1 min read उर्दू कर दे मौसमे गुल को ज़माने में तू हरसू कर दे मेरे किरदार को सबके लिए ख़ुशबू कर दे मैं ज़बाँ पे रहूँ अल्फ़ाज़े मुहब्बत बनकर मेरे अल्लाह सरापा मुझे उर्दू कर... Hindi · मुक्तक 1 264 Share Shailendra Aseem 3 Nov 2021 · 1 min read मैं पीड़ा का मैं पीड़ा का पागल प्रेमी, तुम सुख की युवरानी हो कथ्य-कथानक अलग-अलग हैं कैसे प्रेम-कहानी हो मैं पतझड़ का सूखा पत्ता तुम वसन्त की डाली मैं पलकों पर रात बिताऊँ... Hindi · गीत 1 209 Share Shailendra Aseem 15 Nov 2021 · 1 min read साहिल के आस-पास साहिल के आस पास लिये जा रहा मुझे तूफान जो तबाह किये जा रहा मुझे खुद आसमां पे हो के भी वो चांद, देखिए हर रात नये ख़्वाब दिये जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 422 Share Shailendra Aseem 13 Sep 2021 · 1 min read कैसे सुनाऊँ आंसुओं को किस तरह रोकूँ,छुपाऊँ गीत जीवन के लिखे कैसे सुनाऊँ भाव मन के सुप्त हो बेसुध पड़े हैं शब्द पहने हथकड़ी बेड़ी खड़े हैं वेदना के चित्र अब किसको... Hindi · गीत 1 227 Share Shailendra Aseem 1 Dec 2021 · 1 min read महकेगी शाम महकेगी शाम वक़्त वो तेरा भी आएगा ख़ुशियाँ लिए तमाम, सवेरा भी आएगा माना कि धूप तेज़ व रस्ते में ख़ार हैं मंज़िल पे सायबान घनेरा भी आएगा जलते दिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 298 Share Shailendra Aseem 11 Dec 2021 · 1 min read कहाँ पाओगे? कहाँ पाओगे ? ~~~~~~~~ (1) कौन भला रोके सुगन्ध को हवा कहाँ प्रतिबन्ध मानती पंछी के आने - जाने पर सीमा कैसे रार ठानती स्निग्ध चाँदनी की शीतलता कैसे ठहरे,... Hindi · कविता 1 1 351 Share Shailendra Aseem 30 Jul 2021 · 1 min read अँखिया में पानी तुहरी अँखिया में पानी बुझाते न बा पीर केतना सहीं हम, सहाते न बा रोज चूवेले टुटही पलानी नियन ई जिनिगिया के मड़ई छवाते न बा उनके अँगुरी के मुनरी... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read केहू फुलवा केहू फुलवा से रहिया सजावे, केहू कांटा बिछावल करेला चान कइसे के उतरी अँगनवा, लोग कनखी से ताकल करेला कवनो आन्ही हो, कवनो बवण्डर, बार बांका न करि पाई ओकर... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 275 Share Shailendra Aseem 7 Jul 2021 · 1 min read तोहके निहारे चमके चुनरिया चनरमा हो गोरी तोहके निहारे देखते चहकि जाय मनवा हो गोरी तोहके निहारे सब सुनराई के दिहलें खंघारी तोहके विधाता जी रचलें सँवारी केतनो बचाईं, नयनवा हो गोरी... Bhojpuri · गीत 1 251 Share Shailendra Aseem 29 Apr 2022 · 2 min read सुन ज़िन्दगी! सुन ज़िन्दगी! चौंक गयी ना, देखकर मुझे? तूने क्या समझा था, मिट गया मैं? लुट गया मैं? बहुत खुश थी तू मेरे ख्वाबों के पर काटकर दौड़ते पैरों में ज़ंजीर... Hindi · कविता 1 488 Share Shailendra Aseem 20 May 2022 · 1 min read इक मुलाक़ात इक नज़र इक मुलाक़ात इक नज़र के लिए। है तरसती दुआ असर के लिए।। बस मेरी ही नज़र से पर्दा है, उनके दीदार हैं शहर के लिए। मालिके-ख़ुल्द ! काश हो जाये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share Shailendra Aseem 27 Sep 2023 · 1 min read आज फिर दर्द के किस्से ग़ज़ल ~~~ आज फिर दर्द के क़िस्से तमाम कर आये हम उसी ज़ुल्फ़ के साये में शाम कर आये क्या तेरे दिल ने कहा तुझसे ये तुझे मालूम ज़िन्दगी हम... Hindi 1 1 127 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read बादल चन्दा बादल चन्दा तितली फूल समीर नहीं तुमसे सुन्दर दुनिया की तस्वीर नहीं जग जीता वह जिसने इसको जीत लिया दिल से बढ़कर कोई भी जागीर नहीं धरती से अम्बर तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 273 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read लिखें कहानी आओ मिलकर लिखें कहानी, तेरी मेरी नयी पुरानी कुछ टूटे सपनों को जोड़ें लेकर इन आँखों का पानी जाने कितने युग बीते पर मन का ताल कहाँ सूखा है तुम... Hindi · गीत 1 435 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read सरस्वती वन्दना शक्ति दे माँ! भक्ति दे माँ! कर्म से अनुरक्ति दे माँ!! सृष्टि के हर खण्ड में, अणुखण्ड में है तू समाहित श्वास में, प्रश्वास में अनवरत तू ही तू प्रवाहित... Hindi · गीत 1 2 401 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अधिकारी अच्छे से पहचानो, मैं बन्दा सरकारी हूँ मैं तो अधिकारी हूँ, हाँ! मैं अधिकारी हूँ रिश्वत मेरी दासी है घोटाला मेरा चेला मेरे आगे पानी भरता भद्रजनों का रेला सौ... Hindi · गीत 1 201 Share Shailendra Aseem 18 Jul 2021 · 1 min read तुम्हारी आँख में तरही ग़ज़ल ~~~~~~ तुम्हारी आँख में काजल नहीं है कि जैसे धूप में बादल नहीं है किधर को चल दिये इक रात में सब कहीं भी शह्र में हलचल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 303 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 2 min read युद्ध हमें लड़ना होगा सिंधु नदी के जल से तुझको पाला-पोसा, बड़ा किया सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र बनाकर था सम्मान दिया लेकिन अपनी फितरत से भी बाज भला कब आता तू छेद उसी में करता... Hindi · कविता 1 2 401 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 2 min read मेरे सनम तुम्हीं तुम हो मेरे सनम तुम्हीं तुम हो मेरे सनम चले आओ मुखड़े से पर्दा हटाए बिखर जाये अहसास में चाँदनी सी कई ख़्वाब ले लें जनम तुम्हीं तुम हो... Hindi · गीत 1 469 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read वसन्त महकने लगे दिग-दिगन्त, शायद वसन्त आ गया भाव उठे मन में अनन्त, शायद वसन्त आ गया चुपके से बादल का घूंघट उठा कर अधखिली कली जैसी चाँदनी को पा कर... Hindi · गीत 1 4 517 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read मदमाते मौसम का मदमाते मौसम का प्रिय अनुबन्ध बनो बरखा-झूला-कजरी का सम्बन्ध बनो मैं सावन की मस्त घटा बन कर बरसूँ तुम प्यासी धरती की सोंधी गन्ध बनो ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 1 2 364 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read हर तरफ है तबाही की कहानी हर तरफ है। क़यामत की निशानी हर तरफ है।। हमारी किश्तियाँ भी हैं सलामत, "अगर पानी ही पानी हर तरफ है।" न साक़ी है न रिन्दाना नज़ारे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 502 Share Shailendra Aseem 30 Apr 2022 · 1 min read पहाड़ों की रानी मैं लगाना चाहता हूँ तुम्हारे जूड़े में चेस्टनट के फूल क्योंकि मुझे दिखते हैं इनमें कई साफ शफ़्फ़ाफ़ दिल नहीं है जिनमें ज़रा सी भी कटुता आज के प्रयोगवादी युग... Hindi · कविता 651 Share Shailendra Aseem 4 May 2022 · 1 min read धूप में मैं चला था आस लेकर रौशनी की, धूप में पाँव छालों से भरे हैं, ज़िन्दगी की धूप में दब गयी फ़रियाद, मोटी फाइलों के बोझ से मर गया इंसाफ़ देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Shailendra Aseem 6 May 2022 · 1 min read कैसे ढूँढ़ूँ ? कैसे ढूँढ़ूँ, जाने क्या-क्या खोता है सागर जैसा आँखों में कुछ होता है जब भी तेरी यादें आकर छूती हैं चन्दन चन्दन तन-मन सारा होता है - शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 159 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read कइसे मन बिसराई सनेहिया कइसे मन बिसराई हाथ छोड़ा के गइनीं कहवाँ, रोवत बा लरिकाई जब जब सुधिया में आवेनीं, अँखिया भरि भरि जाला कहवाँ जाईं कइसे खोजीं, कुछऊ नाहिं बुझाला कवने नगरिया... Bhojpuri · गीत 338 Share Page 1 Next