Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2021 · 1 min read

हुस्न चाहत की

हुस्न चाहत की निगाहों से निखारुं आ जा
मैं कलम से तेरी तस्वीर उतारूँ आ जा
ऐ ग़ज़ल तू मेरी हर साँस में, धड़कन में रहे
फिर तेरे गेसू-ए-अशआर संवारूं आ जा
– शैलेन्द्र ‘असीम’

Language: Hindi
1 Like · 407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
बात शक्सियत की
बात शक्सियत की
Mahender Singh
*अक्षय-निधि 【मुक्तक 】*
*अक्षय-निधि 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
गले लगाना पड़ता है
गले लगाना पड़ता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नग मंजुल मन भावे
नग मंजुल मन भावे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* हासिल होती जीत *
* हासिल होती जीत *
surenderpal vaidya
उड़ने का हुनर आया जब हमें गुमां न था, हिस्से में परिंदों के
उड़ने का हुनर आया जब हमें गुमां न था, हिस्से में परिंदों के
Vishal babu (vishu)
🌼एकांत🌼
🌼एकांत🌼
ruby kumari
ग़ज़ल - फितरतों का ढेर
ग़ज़ल - फितरतों का ढेर
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
मां तुम बहुत याद आती हो
मां तुम बहुत याद आती हो
Mukesh Kumar Sonkar
#दो_टूक
#दो_टूक
*Author प्रणय प्रभात*
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
Shweta Soni
💐प्रेम कौतुक-444💐
💐प्रेम कौतुक-444💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मूर्ती माँ तू ममता की
मूर्ती माँ तू ममता की
Basant Bhagawan Roy
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
कृष्णकांत गुर्जर
बोलो जय जय गणतंत्र दिवस
बोलो जय जय गणतंत्र दिवस
gurudeenverma198
रणजीत कुमार शुक्ल
रणजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
अलग अलग से बोल
अलग अलग से बोल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ
Sukoon
क़ैद कर लीं हैं क्यों साँसे ख़ुद की 'नीलम'
क़ैद कर लीं हैं क्यों साँसे ख़ुद की 'नीलम'
Neelam Sharma
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
Keshav kishor Kumar
दोस्ती को परखे, अपने प्यार को समजे।
दोस्ती को परखे, अपने प्यार को समजे।
Anil chobisa
"प्यार की कहानी "
Pushpraj Anant
कराहती धरती (पृथ्वी दिवस पर)
कराहती धरती (पृथ्वी दिवस पर)
डॉ. शिव लहरी
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
कवि दीपक बवेजा
Loading...