राकेश चौरसिया 132 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "हमें छोड़कर बीच में न जाना बाबा" हमें छोड़कर बीच में न जाना बाबा। तुम्हीं हो एक युग को दर्शाते, विगत काल की याद दिलाते, हतोत्साहित को प्रोत्साहित करते, एक युग अंत का विषाद भरते, हमें अपनी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 227 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "नफरत बांटने वालों" नफ़रत बांटने वालों, ये मुहब्बत की रुसवाई है, चलो देख लेते है , कितनों पर बात आई है। होठों पर चाह, मन में नफरत की गहराई है, तू जिसे अपना... Poetry Writing Challenge · कविता 1 233 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "आहत है मन" आहत है मन विश्व का, बदलते देख स्वरूप को, अभी वक्त है संभलने का, देख भविष्य के विस्तृत रूप को। क्षणिक है सबका, अमूल्य जीवन की रेता, उठ रही आस्था... Poetry Writing Challenge 1 268 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "कोयल की कूक" कू-कू-कू क्यों करती हो कोयल? मुझको आज बता दो तुम! वृक्ष-वृक्ष, टहनी-टहनी, एक धुन में गाती हो। कौन तुम्हारा दोस्त है कोयल? किसको तुम बुलाती हो? क्या कोई बिछड़ गया... Poetry Writing Challenge · बाल कहानी 1 194 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "हमें अन्नदान देती हो" हे धरती मां! तेरी ह्रदय कितना विशाल है? हम अनगिनत चोट पहुंचाते हैं, पर कुछ नहीं कहती हो, हम कुछ भी डाल देते है गर्भगृह में, अपने रख लेती हो।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 134 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "प्रीति मधुशाला की" ऐसी प्रीति लगी हाला की, मधुशाला दिखा दिया, नष्ट कर डाला जिस्म अपना, अस्तित्व मिटा दिया। जीने की लालसा ने, पीना सीखा दिया, कौन,किसको पीता है? ये भी बता दिया।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 141 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "प्रेम" तीव्र आवाज मंद हो रही, हृदय में पीड़ा पनप रही, जीने की राह तलाश रही, प्रेम, सौंदर्य क्यों हार रही? अनंत टीस उफान हृदय में, जीवन का हक छीन रही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 115 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "मन" अस्थि मांस औ रक्तहीन, बिजल सा मैं चंचल हूं, स्वतंत्र हूं कहीं भी, स्थिर नहीं रहता हूं। रोक न सका कोई भी, जिसके उत्पन्न तीव्र वेग को, खामोश मस्तिष्क में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 162 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "बीच सभा, द्रौपदी पुकारे" बीच सभा, द्रौपदी पुकारे, हे गिरधर! तुम कहां पधारे ? है समर्पित सब हाथ तुम्हारे, तुम बिन संकट कौन उबारे? दुष्ट दु:शासन खींच रहा चीर , बेबस अबला तन हारे!... Poetry Writing Challenge · कविता 1 285 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "पुरखों के जमाने के हो बाबा" तुम तो पुरखों के जमाने के हो बाबा। साथ खेले- खाए, बचपन बिताए हो बाबा, प्यार, तकरार, वाद-विवाद, सब निभाए हो बाबा, तुम तो पुरखों के जमाने के हो बाबा।1... Poetry Writing Challenge · कविता 1 224 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "मुट्ठी भर खुशियां" मुट्ठी भर खुशियां लेकर, निकल पड़े बांटने को। पीड़ा अपनी दे दो सारा, सुख, चैन मेरा ले लो, साध लगाए नयनों में, निकल पड़े खोजने को। मन में न अहंकार,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 199 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "परिवार" परिस्थितियों के बीच, प्रतिभा, चंचलता को खोकर, अतिरिक्त कुछ नजर नहीं शेष, न तो एहसास पनपते है, बस याद आते हैं तो, वो बचपन के दिन, जो अब कल्पना मात्र... Poetry Writing Challenge · कविता 1 203 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "शौक से सारी दुनिया" शौक से सारी दुनिया, खड़ी है तलवार की धार पर। विनाश काले, विपरीत बुद्धि , सुई नहीं काल है, अटल है माथे की रेखा, नाच रहा अभिमान पर । देख!... Poetry Writing Challenge · कविता 1 267 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "कब होगा मां सबेरा" कोख में है घर मेरा, कब होगा मां सबेरा? तुमसे ही सृष्टि चलती है, जग में ऊंची है तेरी शान, मुझसे क्या अपराध हुआ? मुझको नहीं जरा भी ज्ञान। तुम्हारे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 265 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "गंगा मैया" परे समझ से है विधिवेत्ता, विधि से बड़ा है, बैर क्यों! हस रहा है नचिकेता, हम सगे पर गैर क्यों? हालातों का है ये मंज़र, कि मिलते ही बंधन टूट... Poetry Writing Challenge · कविता 1 192 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "गांव की बुढ़िया मां" गांव के पावन मंदिर से, घंटे की मृदु ध्वनि गुंज रही, दूर क्षितिज को छूती देखो, नभ धरती को चूम रही, चित्त में ऐसी जगी जिज्ञासा, कैसी भीड़ लगी है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 149 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "मौत की अपनी पड़ी" बच्चों की देकर दुहाई, न जाने की कसमें खाई, रो-रो कर हृदय व्यथा, काल को हमनें सुनाई, मानी नहीं बात, मौत सामाने आकर खड़ी, मौत की अपनी पड़ी।।1 करके सीने... Poetry Writing Challenge · कविता 2 234 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "एक पुष्प का जीवन" कोई अहं नहीं छेड़े मुझको, कभी रंग नहीं मैं खोता हूं, कांटो बीच रह कर भी, दूसरों के लिए ही जीता हूं। भौंरो के गुंजन सुनता हूं, मारुत से बाते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 89 Share राकेश चौरसिया 16 May 2023 · 1 min read "चांद है पर्याय" हमें सुला लो ऐ! उपवन, अपने बेदाग साएं में। दाग लगा मुझ पर, चांद --- --- -- सा , बेदाग अपनी राहों में । इसलिए जल रहा ये चांद, देखकर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 86 Share राकेश चौरसिया 27 Mar 2023 · 3 min read आजादी का "अमृत महोत्सव" पक्षियां खुले आसमान में जो स्वतंत्रता महसूस करती है, हम उन्हें किसी पिंजरे में कैद कर दे, तब उसकी निजी स्वतंत्रता कैसे क्षीण होती है? उनके जीवन शैली पर क्या... Hindi · लेख 1 459 Share राकेश चौरसिया 24 Mar 2023 · 1 min read 5"गांव की बुढ़िया मां" 5"गांव की बुढ़िया मां" -------------------------------------- गांव के उस पावन मंदिर से, घंटे की मृदु ध्वनि गुंज रही, दूर क्षितिज को छूती देखो, नभ धरती को चूम रही। चित्त में ऐसी... Hindi · कविता 1 433 Share राकेश चौरसिया 8 Mar 2023 · 1 min read राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने। राम सिया की होली देख अवध में, हनुमंत लगे हर्षांने। देखना हो तो जाकर देखो होली, गंभीरवन या बरसाने।। कबीरा सरा रा रा रा रा रा राकेश चौरसिया Hindi · Quote Writer 2 292 Share राकेश चौरसिया 7 Mar 2023 · 1 min read "मोहि मन भावै स्नेह की बोली" मोहि मन भावै स्नेह की बोली, सखी री! देखो आई होली। गोरी का रंग रेशमी चोली, लाल कपोल मिठी बोली, कोयल गान अति प्रिय लागै, गली-गली हुड़दंग मचाबै टोली, सखी... Hindi · कविता 2 137 Share राकेश चौरसिया 4 Mar 2023 · 1 min read सखी री, होली के दिन नियर आईल, बलम नाहिं आईल। सखी री, होली के दिन नियर आईल, बलम नाहिं आईल। राकेश चौरसिया Quote Writer 2 249 Share राकेश चौरसिया 4 Mar 2023 · 1 min read अरे! पतझड़ बहार संदेश ले आई, बसंत मुसुकाई। अरे! पतझड़ बहार संदेश ले आई, बसंत मुसुकाई। राकेश चौरसिया Quote Writer 1 311 Share राकेश चौरसिया 2 Mar 2023 · 1 min read मोहि मन भावै, स्नेह की बोली, मोहि मन भावै, स्नेह की बोली, सखी री! देखो आई होली। गोरी की रंग, रेशमी चोली, लाल कपोल, मीठी बोली, कोयल गान अति प्रिय लागै, गली-गली हुड़दंग मचावै टोली, सखी... Hindi · Quote Writer · कविता 1 236 Share राकेश चौरसिया 19 Feb 2023 · 2 min read कहानी संग्रह-अनकही कहानी संग्रह-अनकही कहानी- हंसुली लेखक-आदरणीय डॉ अखिलेश चन्द्र प्रकाशन-आयन प्रकाशन(महरौंला,नई दिल्ली) पृष्ठ-१२४ कुल कहानियां-११ कीमत-२६० समीक्षक -राकेश चौरसिया मो.-9120639958 "हंसुली" प्रोफेसर "डॉ अखिलेश चन्द्र" जी की एक बड़ी ही उत्कृष्ट... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 565 Share राकेश चौरसिया 5 Feb 2023 · 12 min read कहानी संग्रह-अनकही कहानी संग्रह-अनकही लेखक-आदरणीय डॉ अखिलेश चन्द्र प्रकाशन-आयन प्रकाशन(महरौंला,नई दिल्ली) पृष्ठ-१२४ कुल कहानियां-११ कीमत-२६० समीक्षक -राकेश चौरसिया मो.-9120639958 प्रस्तुत "कहानी संग्रह "अनकही" के माध्यम से लेखक आदरणीय "डॉ.अखिलेश चंद्र" जी ने... Hindi · पुस्तक समीक्षा 2 1 346 Share राकेश चौरसिया 25 Jan 2023 · 1 min read "काश! लौट आता मेरा बचपन" ए खुदा छिन लिया बचपन मेरा,मुझको कोई राह दिखा दे तू, हो गया हूं बहुत नर्वस मै, मुझको मेरा बचपन लौटा दे तू। बड़ा उपकार होगा तेरा, तुझसे आस लगाता... Hindi · कविता 1 146 Share राकेश चौरसिया 23 Jan 2023 · 5 min read पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश रचनाकार-आदरणीय रूद्र नाथ चौबे "रूद्र" समीक्षक-राकेश चौरसिया मो-9120639958 प्रस्तुत पुस्तक "प्रेम कलश"एक "काव्य संग्रह" नहीं,बल्कि यह प्रतिष्ठित कवि श्री रूद्र नाथ चौबे "रूद्र"जी के द्वारा लिखा गया... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 297 Share राकेश चौरसिया 4 Jan 2023 · 3 min read पुस्तक समीक्षा----- पुस्तक समीक्षा----- पुस्तक-"आँसू से मुस्कान लिखेगें" रचना- आदरणीय लालबहादुर चौरसिया "लाल" समीक्षक- राकेश चौरसिया हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में आदरणीय लालबहादुर चौरसिया "लाल "जी का बड़ा योगदान है, आप अपने... Hindi 3 1 482 Share राकेश चौरसिया 1 Jan 2023 · 1 min read "Happy New Year" "Happy New Year" , Happy new year, in the new year, Naval Prabhas come to earth, Naval colors, new rays scattered, Bring the gift of a new path of progress.... English · Poem 1 87 Share राकेश चौरसिया 31 Dec 2022 · 1 min read "नव वर्ष मंगलमय हो" "नव वर्ष मंगलमय हो" """"""""""""""""""'''"""""""""""" नवल हर्षमय, नवल वर्ष में, नवल प्रभा धरती पर छाएं, नवल रंग, नव किरण बिखेरे, नव अग्रिम पथ का उपहार लाएं।।१ छूले गगन को हाथ... Hindi · कविता 2 221 Share राकेश चौरसिया 26 Dec 2022 · 1 min read "कब होगा मां सबेरा" "कब होगा मां सबेरा" ------------------------------ कोख में है घर मेरा, कब होगा, माँ सबेरा? तुमसे ही सृष्टि चलती है, जग में ऊँची है तेरी शान, मुझसे क्या अपराध हुआ? मुझको... Hindi · कविता 1 128 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "नन्हीं सी तितली" "नन्हीं सी तितली" =============== नन्हीं सी तितली, जब मेरे आंगन में आती है, दौड़ मैं भी साथ उसके, दूर चला जाता हूं । कभी हाथ नहीं आती मेरे, डाल- डाल... Hindi · बाल कविता 1 129 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "पुष्प की वेदना" "पुष्प की वेदना" ================ कलियों से बनते पुष्प, जीने की अभिलाषा लिए हुए, कंटको मध्य मुस्कुराना सीखा, कांटों से चोट खाकर, जब सर-सर तेज हवा चली, डालियां मदमस्त झूमने लगी,... Hindi · कविता 1 177 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "हमें अन्नदान देती हो" "हमें अन्नदान देती हो" ======================== हे धरती मां! तेरा ह्रदय कितना विशाल है? हम अनगिनत चोट पहुंचाते हैं, पर कुछ नहीं करती हो, हम कुछ भी डाल देते है गर्भगृह... Hindi · कविता 1 193 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "फिर उठकर चलना होगा" "फिर उठकर चलना होगा" ================= तुम्हें अकेला ही चलना होगा, हालातो से लड़ना होगा, गिर-गिर कर संभलना होगा, फिर उठकर चलना होगा। स्वार्थ में उलझा है जग, उछालते है कीचड़... Hindi · कविता 1 245 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "मर्यादा" "मर्यादा" =============== पुष्प सदा बनकर जीएं, कांटों का भी न अपमान हो, मर्यादा सबकी होती है, उस मर्यादा का सम्मान हो। जग में ऐसा काम करें, जीवन का श्रृंगार बनें,... Hindi · कविता 1 93 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "पुरखों के जमाने के हो बाबा" "पुरखों के जमाने के हो बाबा" ======================= तुम तो पुरखों के जमाने के हो बाबा। साथ खेले खाएं, बचपन बिताए हो बाबा, प्यार, तकरार, वाद-विवाद, सब निभाए हो बाबा, तुम... Hindi · कविता 1 122 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "उत्पन्न कैसी बिमारी है" "उत्पन्न कैसी बिमारी है" =================== एक प्रश्नचिन्ह खड़ा किया तू, जीने का ढंग तलाश रहा युग, आज विश्व पर पड़ता भारी है, ये विनाशकारी महामारी है। उत्पन्न कैसी बिमारी है?... Hindi · कविता 1 93 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "जवानी" "जवानी" ================= सूरज ढला, रात्रि हुई, सुबह नई किरणें निकलेंगी, यदि हो गया सर्वस्व नष्ट, ऐ वीर पुरूष ना अधीर हो, फिर से सजा लो सपने अनमोल, है कठिन परिस्थिति... Hindi · कविता 1 127 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "अंधियारा मिटा न सके" "अंधियारा मिटा न सके" ================= अंधियारा मिटा न सके, एक ज्योति उर में जला न सके, ध्येय है कि कुछ कर जाएं, मुश्किलें, निज को तपा न सके।1 अब खिलते... Hindi · कविता 1 96 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "देशभक्ति की अलख" "देशभक्ति की अलख" ------------------------------ देशभक्ति की अलख, ह्रदय में जलाकर देख। तब तूं भी वतन का रखवाला,देशभक्त कहलायेगा। राष्ट्रप्रेंम की भावना, अंतर में जगा कर देख। अपने अन्दर भी एक,... Hindi · कविता 1 170 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "शौक से सारी दुनिया" "शौक से सारी दुनिया" ============== शौक से सारी दुनिया, खड़ी है तलवार की धार पर। विनाश काले, विपरीत बुद्धि , सुई नहीं काल है, अटल है माथे की रेखा, नाच... Hindi · कविता 1 163 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "जरूर कोई बात है" "जरूर कोई बात है" ============= बादल की ओट में, छूप रहा चांद है, विकल चांदनी उदास है, जरूर कोई बात है । बीत गया श्रेष्ठ मास, बुझ गई धरती की... Hindi · कविता 1 87 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "आतंकवाद मिटाना है" "आतंकवाद मिटाना है" ================ आतंकवाद मिटाना है, यह अभियान जन-जन तक पहुंचाना हैं। विश्व की जिम्मेदारी है, हम पर संकट भारी है, हमे अभियान चलाकर, मुक्ति मार्ग अपनाना है। त्रस्त... Hindi 1 167 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "मेरा बचपन" "मेरा बचपन" ================ मन क्यों विचलित होता है, याद कर मेरा वो दिन, काश!लौट आता फिर से, बीत गया है, जो बचपन। बचपन की यादें सारी, अनंत टीस पहुंचाती है,... Hindi · कविता 1 140 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "बढ़ अकेला, चल अकेला" "बढ़ अकेला, चल अकेला" ================ बढ़ अकेला, चल अकेला, आया है जग में तू अकेला , बढ़ अकेला, चल अकेला। तू वांट ना देख किसी का, पांव नित्य आगे बढ़ा,... Hindi · कविता 1 235 Share राकेश चौरसिया 25 Dec 2022 · 1 min read "अल्प मति पुरुषों की जीवन शैली" "अल्प मति पुरुषों की जीवन शैली" ====================== अल्प मति पुरुषों की जीवन शैली! स्वयं को देवता समझने लगे हैं, मच्छरों सा भिन-भिना कर, गर्व से चलने लगे हैं, बेशर्मी की... Hindi · कविता 1 160 Share Previous Page 2 Next