Dr.Pratibha Prakash 151 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read पहचान तुम्हें जाने कोई यदि इच्छा हो तेरी तुम्हें माने कोई यदि इच्छा हो तेरी कण कण में वास तुम्हारा लेकिन पहचाने कोई यदि पहचान हो तेरी 32 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read मुक्तक इस धरती पर स्वर्ग बनाता, भारत देश हमारा त्याग तपस्या प्रेम समर्पण का देतासंदेश ये प्यारा वीर भूमि की गाथा के संग ज्ञान का दीप जलाते स्वर्णिम इतिहास का यह... 31 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read भविष्य भूले ज्ञान अध्यात्म कर्म का महातम संत ज्ञानी भटके तो भटका सनातन क्लब बार आए बरबादी लाए नशे की सौगातें संग चिट्ठा आए डूबा युवा नशे की लत में हर... 40 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read श्रेष्ठता यदि पुरुष श्रेष्ठ होता तो न गर्भ धार आता होती श्रेष्ठ स्त्री यदि तो पुरुष काहे भाता पुरुषों की विजय पर स्त्री उत्सव मनाए स्त्री विजय पर पुरुष क्यों लजाए... 1 33 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read क्षणभंगुर क्षण बांगुर ये जीवन है, भटकता क्यों फिर मन है कुछ भी तो नहीं निश्चित, कर दे तू समर्पण है क्षण बांगुर कहानी है, पर समझ न आनी है मेरा... 1 28 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read लिखो मन कहता कुछ छंद लिखो हृदय प्रीत मकरंद लिखो न जाने क्यों भाव विरोधी लेकिन कहता अनुबंध लिखो मैं ओज पराक्रम लिखना चाहूं मैं एक ब्रह्म में उतरना चाहूं हो... 1 41 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read मन की कलियां मन की सब कलियां खिल जाए जहां खुशियां जग की जगमग करती चेहरा नूरानी आंखों में गहरी झीलें जहां मीन लगे मचली मन की लगती चुप चुप ही चुप से... 1 44 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read विमान दुर्घटना आंखे आज धरा की भीगी नील गगन मुरझाया है लेकर संग चला मानव को व्योम उड़ा न पाया है कैसी वे बसी पायलट की और क्रूज सदस्यों की पूरी कोशिश... 26 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read दूरियां बिछड़ गए जो अपनों से धीर उन्हें तुम दे देना जो चले गए दो चले गए रह गए रह तुम दे देना कुछ पल उनके साथ खड़े हो भर देना... 28 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read विनती करती हूं विनती मैं स्वास्तिकतिमान से मांगू आत्मा की शांति करूणानिधान से जो भी हुआ जैसे हुआ बदल नहीं सकता फिर कभी न हो यही प्रार्थना दयानिधान से पीढ़ा में... Hindi 38 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read बेमतलब करते करते बेमतलब हम बेमतलब हो गए किए कार्य अब तक सब बेमतलब हो गए जब संग चले थे कभी हम जिनके वो पल आज की रंगत में रंगकर बेमतलब... Hindi 40 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read अपने बेगाने अपने बेगाने जिनके लिए अपने बेगाने छोड़े हमसे वही अनजान बन गए जिनको समझा सूरज अपना जिनके लिए था मैंने तपना जिनको माना सच और सपना सपने ही निराधार बन... Hindi 42 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read स्त्री संपूरक न तुम श्रेष्ठ हो न हम न्यून हैं तुम भी शून हो हम भी शून हैं ये लड़ाई भिड़ाई किसने कहो भावनाएं तो रही सदा मौन हैं स्त्री पुरुष पूरक... Hindi · कविता 27 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read जिंदगी हो जिंदा अगर इस जिंदगी में तो बढ़ना होगा हक है अगर अपना हर हाल में लड़ना होगा लड़े बिना तो कोई राम परशुराम नहीं होता रचना अगर इतिहास है... Hindi · कविता 34 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 2 min read मत काट मुझे जंगल मत काटो मत मुझको काटो मै अस्तित्व तुम्हारा हूं प्राणों में तेरे मैं ही रहता मै तत्व तुम्हारा हूं ये ऊंचे तरुवर, घना ये जंगल, इससे ही पोषित तेरा... Hindi · कविता 30 Share Dr.Pratibha Prakash 16 Nov 2025 · 1 min read जंगल मैं जंगल हूँ मैं जंगल हूँ मैं जंगल हूँ मैं जंगल हूँ मैं आदम का मंगल हूँ हां मैं जंगल हूँ मैं जंगल हूँ गैंडा सारस मगर घड़ियाल, मेरे आँचल... Hindi · कविता 30 Share Dr.Pratibha Prakash 18 Oct 2025 · 1 min read दीपोत्सव लड़ियां सजाई दिवाली पे चारों तरफ, अबके मन का भी दीपक जला लीजिए राम रावण का उल्लेख किया है बहुत, मन के रावण को अबकी मिटा दीजिए कीजिए प्रतिष्ठित लक्ष्मी... Hindi 1 79 Share Dr.Pratibha Prakash 22 Aug 2025 · 1 min read समाधान जब तक बेटों को समझाया नहीं जाएगा तब तक दुर्घटनाओं को यूं ही दोहराया जाएगा नाम बदलते रहेंगे और शहर बदले जाएंगे दौलत में नशे में डूबे बेटे यूं ही... Hindi 1 66 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Jul 2025 · 1 min read कारगिल दन दना दन दन निरंतर चल रही थी गोलियां दड दड़ा दड़ दड़ निरंतर बढ़ रही थी टोलियां शत्रु था इस बहम में वह जीत लेगा चोटियां शिखर हिमालय का... Hindi · कविता 67 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Jul 2025 · 1 min read जाल है फैला जाल धंधे का ज्ञान बिकता है धामों में हर तरफ झूठ का मेला विज्ञान बिकता है नामों में बड़ी ऊंची दुकानें हैं ये सुगंधित गद्दियां सारी वासना से... Hindi · मुक्तक 1 74 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Jul 2025 · 1 min read लूट मची है लूट दौलत की दान का खजाना है बनाई धरती की पूंजी अध्यात्म बहाना है कहें किससे ये किस्से जिनमें दर्द है भारी समेटे दौलत खड़े तैयार विदेश जाना... Hindi · मुक्तक 94 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Jul 2025 · 1 min read इश्क लिपट कर तन से तन को जो इजहार करते हैं झूठी उनकी मोहब्बत है झूठा इकरार करते हैं आती गंध वासना की तन स्पर्श में उनके वो तो मूक रहते... Hindi · मुक्तक 1 119 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Jul 2025 · 1 min read अभिलाषा सजल से नैनो की भाषा आधरों की वो परिभाषा उतरते नैन हृदय में यूं हुई सब पूर्ण अभिलाषा Hindi · कोटेशन 138 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jun 2025 · 1 min read योग योग सिखाए मूल बताए, ध्यान लगाकर सत्य बताए स्वयं को जानो और पहचानो आत्मा के भेदों को समझाए भस्मी अंग धार के दर्शन बताए अंत आरंभ का भेद बताए Hindi · कविता 71 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Jun 2025 · 1 min read योग दिवस योग के विषय पर हम सामान्यतः कहाँ लिख पाएंगे योग नहीं व्यायाम मात्र तन का कैसे समझा हम पाएंगे योग का अर्थ ध्यान संयम से और ब्रह्मचर्य के पालन से... 130 Share Dr.Pratibha Prakash 5 May 2025 · 1 min read राष्ट्र हित जागिए राष्ट्र हेत राष्ट्र की आवाज है कह रही मिट्टी ये नया आगाज है राष्ट्र धर्म के लिए तन मन धन बार दिए वन्दे मातरम बोलकर प्राण भी गंवा दिए... Hindi · कविता 1 96 Share Dr.Pratibha Prakash 2 May 2025 · 1 min read बसंती होली बसंत कह रहा है,फागुन आ गया है खिल रही है कलियां, पराग बन रहा है ये फाग ही गुलाल बन गालों पे छा रहा है मधुमास में ये प्रीतम की... Hindi · कविता · गीत 103 Share Dr.Pratibha Prakash 2 May 2025 · 2 min read बचपन की एक नाव बनाई, तो याद बहुत ही आई बचपन की एक नाव बनाई, तो याद बहुत ही आई प्रातः नित्य शिवालय जाना और मानस की चौपाई गलती कोई एक ही करता , लेकिन चुप सब होते मैया मेड... Hindi · कविता · गीत 1 108 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Apr 2025 · 2 min read समय बड़ा बलवान समय के आगे चलता न कोई तीर कमान, समय बड़ा बलवान-2 समय की अपनी गति है, करो यही पहचान, समय बड़ा बलवान समय बड़ा बलवान-2 काल समय दौ एक हैं,... Hindi · गीत · मुक्तक 1 433 Share Dr.Pratibha Prakash 22 Apr 2025 · 1 min read गौरैया प्यारी संगीत प्रातः का तेरी किलकारी, मैं आँगन की गौरैया प्यारी धूप बड़ी है छत और छज्जे पर, जाऊँ कहाँ हे सखी मैं न्यारी फुर्र फुर्र उड़ना मैं चाहूँ , अदृश्य... Hindi · गीत 1 218 Share Page 1 Next