Suresh Bhardwaj Nirash Tag: कविता 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suresh Bhardwaj Nirash 3 May 2020 · 1 min read कविता मैं श्रमिक.... मैं श्रमिक हूँ पास मेरे बस्ती है घर नहीं है लोगों को घर मिल गये मुझको खबर नहीं है। सुबह से शाम तक बहाता हूँ मैं बस पसीना... Hindi · कविता 1 389 Share Suresh Bhardwaj Nirash 3 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल जारी..... 2122. 2122. 212 PPSB. 89 नज़रों से अपनी गिरा मत देना तुम अपना हूँ तेरा दग़ा मत देना तुम कांटों में जीकर भी हमने देखा है राहों में... Hindi · कविता 1 282 Share Suresh Bhardwaj Nirash 3 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल 2122. 2122. 2122. ग़ज़ल तुमसे अब मै दूर जाना चाहता हूँ बायदा अपना निभाना चाहता हूँ दर्द की इंत्हा हुई है जाने क्यूंकर दुख तुझे अपना बताना चाहता हूँ मंजिलों... Hindi · कविता 1 525 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 1 min read कविता क्यूँ री सखि भाग-7 क्या है तेरा हाल सखि री दुखियों जैसी चाल सखि री पल पल मेरा दम घुटता है रखे कौन ख्याल सखि री क्या जानूँ औ' क्या... Hindi · कविता 337 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 1 min read कविता क्यूँ री सखि भाग-6 सांचा उसका नाम सखि री उँचा उसका धाम सखि री दिखे कभी कृष्ण कन्हैया कभी दिखे राम सखि री जोर की ऐसी आँधी आई उड़ गया... Hindi · कविता 413 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 1 min read कविता क्यूँ री सखि भाग -5 झूठी उसकी.प्रीत सखि री आयो न मेरो मीत सखि री दर दर भठकुँ ठोकर खाऊँ गाऊँ विरह के गीत सखि री कहां से उसको ढूंड... Hindi · कविता 210 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 2 min read कविता क्यूँ री सखि भाग-4 लोग कहें नादान सखि री कोई न मुझको भान सखि री जीवन सफल बनाना है तो कर ले उसका ध्यान सखि री औरों की खातिर ही... Hindi · कविता 409 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 1 min read कविता क्यूँ री सखि भाग-3 मुश्किल हैं हालात सखि री लुट गये जज्वात सखि री झूठे रिश्ते नाते अपने लगा के बैठे घात सखि री रो रो कर दिल बहलाऊँ भूल... Hindi · कविता 445 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 2 min read कविता क्यूँ री सखि भाग 2 कर्मों की है मार सखि री डूव गया घर वार सखि री गहरी गहरी साँस चली है धीमी सी रफतार सखि री और भी मुझको... Hindi · कविता 556 Share Suresh Bhardwaj Nirash 24 Apr 2020 · 1 min read कविता करें चुगली तेरे नैन सखि री बीती कैसी तेरी रैन सखि री क्यूँ री सखि भाग-1 क्यूँ खाती हो भाव सखि री फूटे मेरे भाग सखि री कैसे जाऊँ नदिया... Hindi · कविता 426 Share Suresh Bhardwaj Nirash 21 Apr 2020 · 1 min read अदृष्य मौत अदृष्य मौत घर के अन्दर जीवन है घर के बाहर करोना है सीख ले तू घर में रहना जीने से हाथ क्यूँ धोना है किसी एक की गलती से माँ... Hindi · कविता 385 Share Suresh Bhardwaj Nirash 21 Apr 2020 · 1 min read नज़म नज़्म हम याद करेंगे याद करेंगे जिंदा हैं जब तक याद करेंगे हम याद करेंगे याद करेंगे कुछ न कहेंगे याद करेंगे , हम याद करेंगे बढ़ती हुई तकरारों को,... Hindi · कविता 362 Share Suresh Bhardwaj Nirash 21 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल 2122. 1212. 112/22 ग़ज़ल तुम जो जुल्फें यों ही संँवार गये जीते जी थे हमें यों मार गये तेरी आँखों में खुद को ढूँडा फिरा आस टूटी मेरी खुमार गये... Hindi · कविता 1 183 Share Suresh Bhardwaj Nirash 21 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल 212. 212. 212. 212. मार डालें न बातों के नश्तर हमें कर न डालें ये सबसे ही बदतर हमें उनकी आँखों में तो हम हैं चुभते बहुत छोड़ना पड़़ न... Hindi · कविता 230 Share Suresh Bhardwaj Nirash 21 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल 1222. 1222. 1222. 1222 ग़ज़ल बिताये साथ हमने दिन वो प्यारे याद आते हैं जो मिलकर हमने थे कैसे सँवारे याद आते है वो घड़ियाँ याद आती हैं मिला करते... Hindi · कविता 1 7 220 Share Suresh Bhardwaj Nirash 21 Apr 2020 · 2 min read करोना के योद्धा करोना के योद्धा आओ हम खुद पर भी एक तो अहसान करें करोना के योद्धाओं का मिलकर सम्मान करें पुलीस वाले रात दिन डयूटी पर हैं लगे हुए हम तो... Hindi · कविता 1 524 Share