Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2020 · 2 min read

करोना के योद्धा

करोना के योद्धा
आओ हम खुद पर भी एक तो अहसान करें
करोना के योद्धाओं का मिलकर सम्मान करें
पुलीस वाले रात दिन डयूटी पर हैं लगे हुए
हम तो सो भी जाते हैं हरदम वो हैं जगे हुए
आओ सारे मिलकर हम उनको सलाम करें
करोना के योद्धाओं का मिलकर सम्मान करें

डाक्टर नर्सें सारे ही अपना फर्ज हैं निभा रहे
रात दिन वो मेहनत से मानवता को बचा रहे
पैरा मैडिकल स्टाफ लगा है फर्ज निभाने में
सफाई कर्मी भी लगे हैं करोना को भगाने में
इन सारे देवों को आओ हम सब प्रणाम करें
करोना के योद्धाओं का मिलकर सम्मान करें

लेखा जोखा पैसे का और लेना देना करते हैं
बिना मास्क सैनीटाईज़र सेवा का दम भरते हैं
सरकारी हर योजना को दिल से हैं निभाते जो
हर वक्त हर हाल में जन सेवा हैं अपनाते जो
उन बैंक कर्मियों का हम भी तो गुणगान करें
करोना के योद्धाओं का मिलकर सम्मान करें

सेवारत है मीडिया भी हमें सारी खबरें देता है
जागरुक करे समाज को रिस्क अपना लेता है
कुछ यहां अपवाद भी हैं झूठी खबर फैलाते हैं
पहले से ही लोग डरे हैं वो और भी डराते हैं
आओ जागरुक मीडिया का हम संज्ञान करें
करोना के योद्धाओं का मिल कर सम्मान करें

जरूरी सेवायें जो दे रहे सच में वो महान हैं
सेबक बन सेवा करें वो देश पर यूँ कुर्बान हैं
लोगों को बचाने खातिर जुटा है प्रशासन भी
जागृत करता लोगों को रखता अनुशासन भी
इन सभी लोगों पर आओ हम अभिमान करें
करोना के योद्धाओं का मिलकर सम्मान करें

देश बचाने के लिए सरकार ने भी जोर लगाया
विपक्ष ने भी इसमें है कदम से कदम मिलाया
सबको घर में रहना है लाकडाऊन कहता है
अंदर जीवन बसता है यमराज बाहर रहता है
“जान भी जहान भी” नारे का हम मान करें
करोना के योद्धाओ का मिलकर सम्मान करें

सुरेश भारद्वाज निराश
धर्मशाला हिप्र

Language: Hindi
1 Like · 521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेवकूफ
बेवकूफ
Tarkeshwari 'sudhi'
सियाचिनी सैनिक
सियाचिनी सैनिक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
हर एक भाषण में दलीलें लाखों होती है
हर एक भाषण में दलीलें लाखों होती है
कवि दीपक बवेजा
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अगर आपको अपने कार्यों में विरोध मिल रहा
अगर आपको अपने कार्यों में विरोध मिल रहा
Prof Neelam Sangwan
वो नन्दलाल का कन्हैया वृषभानु की किशोरी
वो नन्दलाल का कन्हैया वृषभानु की किशोरी
Mahesh Tiwari 'Ayan'
जय माँ कालरात्रि 🙏
जय माँ कालरात्रि 🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
मस्ती के मौसम में आता, फागुन का त्योहार (हिंदी गजल/ गीतिका)
मस्ती के मौसम में आता, फागुन का त्योहार (हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
2982.*पूर्णिका*
2982.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
Seema gupta,Alwar
🌹ओ साहिब जी,तुम मेरे दिल में जँचे हो🌹
🌹ओ साहिब जी,तुम मेरे दिल में जँचे हो🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"अतीत"
Dr. Kishan tandon kranti
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हरिगीतिका छंद
हरिगीतिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Man has only one other option in their life....
Man has only one other option in their life....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
हे भगवान तुम इन औरतों को  ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
हे भगवान तुम इन औरतों को ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
Dr. Man Mohan Krishna
33 लयात्मक हाइकु
33 लयात्मक हाइकु
कवि रमेशराज
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
Rj Anand Prajapati
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
Manisha Manjari
■ तेवरी-
■ तेवरी-
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िंदगी का सवाल रहता है
ज़िंदगी का सवाल रहता है
Dr fauzia Naseem shad
बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ
बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ
Mahendra Narayan
ये आज़ादी होती है क्या
ये आज़ादी होती है क्या
Paras Nath Jha
एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम
एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम
पूर्वार्थ
Loading...