kumar ashok3 152 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता : कोरोना को हराने चला ये तेरा पापा कोरोना को हराने चला ये तेरा पापा ज्ञान नया बताने चला ये तेरा पापा छोड़ चला मेरी जां तो तुम रोना मत सन्सार को बचाने चला ये तेरा पापा मन... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 28 1k Share kumar ashok3 2 Feb 2021 · 1 min read यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत क़े नाम यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत के नाम ना उसका पता मालूम नाम है गुमनाम यह मेरे भी कुछ ख़त... सूखे गुलाब की पत्तियां याद दिलाती है प्यार में जिंदगी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 47 546 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता रोती भारत माँ की सो गई क्यों देशभक्ति सीने में बेचारी है गुलाम हो गई नेताओं की क्यों राष्ट्रभक्ति संग ईमानदारी है फ़ना होता नहीं कोई चाहता नेता कोई अब... Hindi · कविता 3 601 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 2 min read पूछ रही थी बेटी पुछ रही थी बेटी,पपा क्या नहीं हमकों जीनेका अधिकार जवाब देना तुम हमें पपा,बनकर अधिकरी तुम सज्जनार कब तक गुड़िया ,निर्भया,प्रियंका इस कदर मारी जाएंगी कब तक देश की बेटियां... Hindi · कविता 2 3 491 Share kumar ashok3 16 Jan 2021 · 1 min read तुझको संगम की तुझको संगम की हंसी मूरत लिख दूँ मेरे ख्वाबों की तुझे जरूरत लिख दूँ जिंदगी की हंसी सुबह बनकर आये तुझ पर तो कविता खूबसूरत लिख दूँ अशोक सपड़ा की... Hindi · मुक्तक 2 311 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read अश्कों के मोती एक शेर के साथ ये मेरा नहीं है लेकिन खत लिखते रहें फाड़ते रहे पर भेजते तक नहीं कोई भी नाम देदो इस दीवानगी को तुम जरा *******×**************************** यादें तेरी... Hindi · कविता 2 413 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read मार डाला ज़मीर मार डाला ज़मीर कर दिया मुझे बेजुबाँ सरहदों पर आज भी मिलते खूँ के निशाँ हो सके तो मेरा वतन महफूज रखना तुम मुझ परिंदे को उड़ाकर जलाया मेरा मकाँ... Hindi · मुक्तक 2 327 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read मां बाप के बिन ख़ुशी अधुरी मेरा गाँव मेरे दिल मे आज भी कही बसता है पार्ट 3 कविता कदम धरती पे रखता हूँ यह मनवा विस्तृत यूँ है गांव देता श्रेष्ठता का अहसास मन समर्पित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 239 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read जिंदगी कब तक तू जिंदगी तू कब तक मेरे बचपने को छलेगी कब तक शमाँ बनकर यूँ अंधेरो में जलेगी तेरी शान इसमें है की तू चुपचाप सुधर जा वरना मौत की वारदातों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 231 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read अब क्या लिखूं तुझपर राहें इश्क में आये है दोनों हाथ को जोड़कर हजारों उल्फत की कसम खाने को दौड़कर रिमझिम बारिश है और रंजोगम की घटाएं कागज पर अपनी आँखें रखी है निचोड़कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 304 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता । नब्बे प्रतिशत क्यो है नब्बे प्रतिशत क्यों है प्रिये तुझको मुझसे ही प्यार तेरे दर्पण देखने पर ही सदके मैं जाऊँ सौ सौ बार भूख अकाल महामारी प्रिय तुझे दर्पण नहीं दिखाता लूटपाट फसलों... Hindi · कविता 1 551 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता तुझसे इश्क हुआ तो तुझसे इश्क़ हुआ तो सनम अब घाटे का है क्या रोना तूने ही कहा था शक़्ल अच्छी नहीं ,जाकर मुँह धोना खुमार इश्क़ का उतरता नहीं दिलो दिमाग़ से ऐसे... Hindi · कविता 1 196 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता आज भी मेरे सपनों में आज भी मेरे सपनोँ में मेरी भारत माता आती है बेटे अशोक उठ कहकर मुझको माता जगाती है कहती कब बड़ा होकर करेगा चौकसी सीमा की खाद रूपी वीरता के... Hindi · कविता 1 235 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता चाहत की मंजिल चाहत की मंजिल लूटी है अपनी कोई दूकाँ तो नहीं रब ने कठपुतली बना के नचाया छीनी जुबाँ तो नहीं जिसे देखों घृणा से नादाँ परिंदों पर पत्थर उठाता है... Hindi · कविता 1 263 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता सुपुत्र सूरज मल था जाटों की पहचान भयाक्रांत मुगलों में थी उसकी वीरता भी एक पहचान बदनसिंह डांगी का सुपुत्र सूरजमल जाटों की थी जान जहाँ आभाव भी गर्दिशों में दम घोट रहे थे गला अपना नयन... Hindi · कविता 1 337 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read दर्पण को देख देखकर राधे दर्पण को देख देखकर राधे मत किया कर श्रृंगार तेरी सुंदरता देख मैं भूल बैठा अपने तीज त्यौहार रोज अरमानों की महफ़िल में छलकता ये पैमाना मेरी प्यासी निगाहों को... Hindi · कविता 1 397 Share kumar ashok3 11 Jan 2021 · 1 min read बिल्लू पिंकी बबलू बंटी बबली सब देना क्षमा चाहता हूँ मैं इस अपराध के लिए बच्चे चाहता हज़ार इस स्वार्थ के लिए जीवन पथ पर फूल काटें दोनो मिलेंगे बना गर मेरे कारण जो विषाद के लिए... Hindi · कविता 1 238 Share kumar ashok3 12 Jan 2021 · 2 min read भारत माता का दर्द भारत माता का दर्द मेरी माँ भारती फिर से मेरे सपनों में आने लगी मीठी लोरी सुना वीरों की कहानी सुनाने लगी कैसे हुए थे गुलाम हम अपनी मानसिकता के... Hindi · कविता 1 1 292 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read पद्मिनी के जौहर की बात न पूछना हमसे हमारे आज ख्यालात ना पूछना कहाँ से करेंगे हम शुरुआत ना पूछना जलते लाहौर पर गांधी को चिंता थी पर पाक कितना बदजात ना पूछना हमारी बेटियाँ भी कर... Hindi · कविता 1 582 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read चढ़कर न उतरी इश्क़ खुमारी चढ़कर ना उतरी इश्क खुमारी और रात बाकी है बदकिस्मती ले पैदा हुआ किस्मत में बात बाकी है साँस थमने लगी दिल की रफ़्तार बढ़ गई देख उसे लबें बुलबुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 173 Share kumar ashok3 14 Jan 2021 · 1 min read तेरी द्रौपदी को तो कृष्न आज अपने मन को मैं समझाऊं कैसे भटक रही दर दर जा शान्ति पाऊं कैसे ह्र्दय भी कांप जाता सुनकर ये आवाज आकर मेरे प्रिय सखा बचाओ मेरी लाज बहन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 215 Share kumar ashok3 14 Jan 2021 · 2 min read गौर से देंखो हम है यहाँ के थानेदार अपने सभी पुलिस इंस्प्केटर दोस्तों के लिखी मेरी यह शानदार काविता उनकी देशभक्ति को प्रकट करने के लिये उनको मेरी अशोक सपड़ा की तरफ से समर्पित गौर से देखों जरा... Hindi · कविता 1 1 497 Share kumar ashok3 16 Jan 2021 · 1 min read कहाँ तू बिकेगा जी भर के जिंदगी के हिस्से तेरे नाम लिखें दो बूंद आसुंओं से यह किस्से तमाम लिखें हम देँगे अपनी महफ़िलों का दौर यूँ सनम कि तेरे लिए ये आसुंओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 238 Share kumar ashok3 16 Jan 2021 · 1 min read मेरी भटकती आत्मा को भी मेरी भटकती आत्मा को भी करार आयेगा जब परमात्मा खुद बड़कर उपहार लायेगा दुःखो के बादल बरस रहें हम पर बरसों से अब दुःख भुलाने को खुद जाम पिलायेगा खामोश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 203 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read जो वंदे मातरम गा नहीं सकते जिसको मेरा हिन्द पसन्द नहीं, वो साला गद्दार है जो बंदेमातरम गा नहीं सकते ,वो सुवर मक्कार है जो देते इनका साथ उनके लिये कह दें हम कवि खाते इस... Hindi · कविता 1 214 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read ए काली रात ए काली रात तुझे जुगनू बन अपनी कीमत बता देंगे मुमकिन नहीं खतां होना हमसे ये हकीकत बता देंगे तू जिंदा है हम जैसे दिलवालों की वजह से सुनले खुद... Hindi · कविता 1 271 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read हमको अपनी बेटियो में दिखता हिंदुस्तान हम भारत माँ के लाल कैसे सह लेंगे अपमान हमकों अपनी बेटियों में भी दिखता हिंदुस्तान यादें कहती हमकों की चितौड़ हमारा सदा से पंजाबी शौर्य गाथा गाते गुरु गोविंद... Hindi · कविता 1 238 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read एक रविवार जिंदगी में काश कि कोई हमकों भी समझ पाए एक रविवार जिंदगी में हमें दिलवाए प्रेम प्यार से कोई हमारा सम्मान करें कुछ हमारी सुने कुछ अपनी कह पाए कोई तो बने... Hindi · कविता 1 336 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read लाल हिन्दू हरा मुस्लमान लाल हिन्दू हरा मुसलमान देखिये आज मेरी महजबी जुबान देखिये मानवता को रखा अपने पांव तले इंसानियत को रोंद्ता इंसान देखिये हर पल कांटें बिछाता राहों मेँ सबके गुनाह की... Hindi · कविता 1 1 347 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read मत बांधो सरहदे मेरी मत बाँधों सरहदें मेरी, मुझे पसंद है ऊँची उड़ान अपना तो कोई धर्म नही ,कैसा फिर कोई भगवाँ * मस्त जिंदगी हो खुशियों भरी और हसीं ख्याल गुमसुम जिंदगी को... Hindi · कविता 1 358 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read मेरी तरफ से जय श्री राम निकला जब जब साँस में उसका नाम निकला मेरी तरफ से तो जय श्री राम निकला ईद बनालो गले मिलकर सब साथियों अब यह चाँद रोज सरेबाम आ निकला इतना कठिन... Hindi · कविता 1 405 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read उसका चाँद सा चेहरा उसका चाँद सा रोशन चेहरा और कोयल सा गाना उस पर यौवन का श्रृंगार देख आईना देखते जाना वो स्वप्निल नैनो की सुरमई मधुशाला से भरें जाम उसे देखने के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 230 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read जिंदगी जीने के सिर्फ़ जिंदगी जीने के सिर्फ इतने जज़्बात वापिस सौलह वाले हो जाये लम्हात बुढ़ापे में तो दांत भी नहीं चलते यारों दुश्मन की जरूरत नहीं बुढ़ापा जो साथ काश वो बचपन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 279 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read अशोक नाम है मेरा अशोक नाम है मेरा अशोक महां कहलाऊंगा अपने सपनो का अलग हिन्दुस्तां मैं बनाऊंगा दीपक बनकर तुफानो से लड़ना सीखा माँ से तिरंगा दे दो हाथ में रावलपिंडी जा फिराऊंगा... Hindi · मुक्तक 1 203 Share kumar ashok3 21 Jan 2021 · 1 min read क़लम कश्मीर की ज़ुबान होगी नागरिक बिल जो कि अभी आया ही नहीं पर मेरी यह कविता जब भी बात होगी तो सुनो,यहाँ ये हिंदुस्तान होगी बात दंगो की है तो ,क़लम कश्मीर की जुबान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 200 Share kumar ashok3 26 Jan 2021 · 1 min read बुझे मेरे नैनो की प्यास आप सभी मित्रों को भारतीय गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभ कामना हमदर्द दिल्ली से बात दिल की दिल से दिल में कुछ अपने ये फ़ांस है स्वतन्त्र हुए थे हम... Hindi · कविता 1 318 Share kumar ashok3 26 Jan 2021 · 1 min read सरहदों पर आया हूँ आज उनसे करके मैं आँखें यूँ चार सरहदों पर आया हूँ मौत तू करें न बेक़रारी से इंतज़ार सरहदों पर आया हूँ मै भी तो भारत माता का लाल ठहरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 180 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read मन की तू बात न पूछ हो सके तो मेरे मन की तू बात मत पूछ कितने सहें है मैंने यहाँ आघात मत पूछ माना की मुसीबत अब छंट गई मेरे मित्र दुर्घटना में कत्ल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 252 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read कौन से शहर में जाये कौन से शहर में जाए अपनी दूकान लेकर ख़रीदो लो मेरे सपने तुम मेरी जुबाँ लेकर आये है शहर में अपनी नई पहचान लेकर बेजुबानों के लिए हम इक नई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 309 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read जनाजा शराफ़त का न हमने पहनी खाकी वर्दी ,अपने वतन के लिये शीश सदा झुकेगा भारत माँ तेरे वचन के लिए आतंकी हमला हो या कोई पाकृतिक आपदा मां हम सुर मिलाते सुर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 534 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हम खाकी वाले है जुल्म ए बहर में खोकर कब किसने होश सम्भाले है इलाजे दर्द ना जिसका जी हाँ हम वही खाकी वाले है तबियत ख़राब हो तो भी ड्यूटी बजाने के आदेश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 416 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read कोतवाली में आशिक आज मेरे कत्ल के निकल रहें फरमान थे सब के हाथ में मेरे लिए तो तीर कमान थे वो मेरा कत्ल करके भी बच निकला यारों कोतवाली में आशिक तो... Hindi · मुक्तक 1 1 287 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read टूटकर भी सच कंभी कहता नहीं जी हाँ आज अपनी सबको ऐसी पहचान दूँगा कैद में रख जुगनुओं को अंधेरो की जान लूंगा जो भूल गए है प्यार करना जालिम दुनियां में उन सबको प्यार के... Hindi · कविता 1 1 451 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read मिलाकर थोड़े खुबसूरत ख़्वाब चलो आज तुम भी पियो थोड़ी हम भी पीते है साक़ी की नजरों में नजरें डाल पैहम भी पीते है माना बदनाम हो जाऊँगा यारों की महफ़िल में चाय के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 448 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read यहाँ सड़के भी हो क़ातिलों के नाम पर यहाँ सडक़े भी हो क़ातिलों के नाम पर क्यों विवाद फिर बच्चे के तैमूर नाम पर जहाँ क़ातिलों को सम्मानं दिया जाता है जहां छलकाए लहुँ भरे जाम है जाम... Hindi · कविता 1 1 255 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 2 min read क्या मुद्दा मुद्धाहीन को मिल गया उपहार मुझे अभी तक ये समझ नहीं आ रहा की असली में किसानों की समस्या अगर सही है तो पूरा देश क्यो नहीं आंदोलन कर रहा है और पोलिस के जवानों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 283 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read गांव से आया था गाँव से आया था, मित्र मुझे मिलने मिलाने सच कहूँ तो यारों मुझे मेरी औकात दिखाने लाख समझाया खुद को झूठ के पाँव नहीं मेरा जिस्म छलनी उसकी बातों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 296 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read कब तक याद रखें हम प्रेमचंद, महादेवी वर्मा को नहीं मिलता हमारी रचनाओं का कोई खरीददार कविताएं पहुंच गई हाशिए पर शिल्प हुआ बेकार कब तक याद रखेंगे हम प्रेमचंद, महादेवी वर्मा को कब चर्चित कृतियां ही बनी रहेंगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read मैं आज किसी और को मैं आज किसी और को पटा लूँगा उसका नाम लब पर भी रटा लूँगा उसकी गोद मे बैठकर के सुन ले उसकी जुल्फो की अब घटा लूँगा तूने क्या सोचा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 265 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मजबूर है पर बेवफ़ा नहीं हम *उम्मीद कभी हमें* *छोड़ कर नहीं जाती...* *जल्दबाजी में हम ही* *उसे छोड़ देते हैं...*? सब किस्मत का खेल है* *ऐसे में मुँह मोड़ देते है..* *बता किस पर यकीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 274 Share Page 1 Next