Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2021 · 1 min read

मां बाप के बिन ख़ुशी अधुरी

मेरा गाँव मेरे दिल मे आज भी कही बसता है पार्ट 3 कविता

कदम धरती पे रखता हूँ यह मनवा विस्तृत यूँ है
गांव देता श्रेष्ठता का अहसास मन समर्पित यूँ है

बादलों की ओट से चाँद को देखा करता कंभी
उसके गालों की वह लालिया आज रक्तिम यूँ है

गुजर गया है तूफान मन का शहर में रहने वाला
देखों जरा मेरा यहाँ ये वक्ष स्थल विकसित यूँ है

मां बाप के बिन खुशियां अधूरी ठहरी जीवन में
समझ गया ठोकर से ह्रदय मेरा यह तृषित यूँ है

कहता आज रोकर सोच क्या खोया पाया यहाँ
क्या मुर्गी के दड़बों में ये तेरा मन सुरभित यूँ है

भीड़ में रहकर भी तँन्हा लगता अपनी आँखों से
रे मन गाँव चल आय मेरा ये ह्दय विचलित यूँ है

समझाया खुद को तो समझ यह आया मुझकों
लौट चला गांव को तो मन उपवन सुज्जित यूँ है

अशोक सपड़ा हमदर्द

2 Likes · 1 Comment · 240 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संघर्षी वृक्ष
संघर्षी वृक्ष
Vikram soni
यातायात के नियमों का पालन हम करें
यातायात के नियमों का पालन हम करें
gurudeenverma198
मै ठंठन गोपाल
मै ठंठन गोपाल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जवाब के इन्तजार में हूँ
जवाब के इन्तजार में हूँ
Pratibha Pandey
नये गीत गायें
नये गीत गायें
Arti Bhadauria
*बहुत जरूरी बूढ़ेपन में, प्रियतम साथ तुम्हारा (गीत)*
*बहुत जरूरी बूढ़ेपन में, प्रियतम साथ तुम्हारा (गीत)*
Ravi Prakash
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
विमला महरिया मौज
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
Shubham Pandey (S P)
किताबें
किताबें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ओ! महानगर
ओ! महानगर
Punam Pande
समझ आती नहीं है
समझ आती नहीं है
हिमांशु Kulshrestha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
राम-राज्य
राम-राज्य
Bodhisatva kastooriya
वो परिंदा, है कर रहा देखो
वो परिंदा, है कर रहा देखो
Shweta Soni
साधना
साधना
Vandna Thakur
वक्त के आगे
वक्त के आगे
Sangeeta Beniwal
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
Radhakishan R. Mundhra
"वो कलाकार"
Dr Meenu Poonia
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
■ पाठक लुप्त, लेखक शेष। मुग़ालते में आधी आबादी।
■ पाठक लुप्त, लेखक शेष। मुग़ालते में आधी आबादी।
*Author प्रणय प्रभात*
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
Phool gufran
"उपकार"
Dr. Kishan tandon kranti
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
जय लगन कुमार हैप्पी
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
* मन बसेगा नहीं *
* मन बसेगा नहीं *
surenderpal vaidya
जिंदगी तेरे सफर में क्या-कुछ ना रह गया
जिंदगी तेरे सफर में क्या-कुछ ना रह गया
VINOD CHAUHAN
दोस्ती का एहसास
दोस्ती का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
"आज की रात "
Pushpraj Anant
मेरी कानपुर से नई दिल्ली की यात्रा का वृतान्त:-
मेरी कानपुर से नई दिल्ली की यात्रा का वृतान्त:-
Adarsh Awasthi
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...