Anamika Singh Tag: कविता 177 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Anamika Singh 19 Jun 2022 · 2 min read रिश्तों की बदलती परिभाषा धीरे धीरे कर से इस जहाँ में हर रिश्ता बदलने लगा है कल तक जहाँ जरें- जरें में प्यार था आज वह हर जगह कड़वाहट ने ले लिया है ।... Hindi · कविता 3 6 542 Share Anamika Singh 19 Jun 2022 · 2 min read बचपन की यादें बचपन वाली यादों के जब किस्से चल जाते है। दिल में छुपा हुआ दर्द आँखो में छलक आते है। एक धीमी सी मुस्कान होठों पर आ जाती है। मन बैठे-... Hindi · कविता 3 4 1k Share Anamika Singh 19 Jun 2022 · 1 min read अग्नि पथ के अग्निवीर हे अग्नि पथ के अग्निवीर अभी तक गंभीर होकर तुम कर रहे थे आंदोलन फिर क्यों कर लिया है तुमने यह उग्र रूप धारण। क्यों अपने हाथों तुम अपने ही... Hindi · कविता 4 6 285 Share Anamika Singh 18 Jun 2022 · 1 min read संघर्ष ऐ जिन्दगी हर मुश्किल में तु अपना कदम आगे बढ़ाना इस जहाँ की रीत है कुछ खोकर कुछ पाना। ऐ जिन्दगी तु संघर्ष कर तब जाके बनेगा सोना संघर्ष ही... Hindi · कविता 3 4 319 Share Anamika Singh 18 Jun 2022 · 2 min read मेरी बेटी मेरी बिटिया रानी। मेरी गुड़िया रानी। न जाने कब हो गई वह इतनी सयानी। बात -बात पर मुझे अब वह समझाने लगी है। मेरे देर से खाने पर वह मुझे... Hindi · कविता 6 8 707 Share Anamika Singh 17 Jun 2022 · 2 min read होली का संदेश होली आई बोली हमसे क्यों हो तुम उदास तुम अकेले क्यों बैठे हों करों न हमसे बात । अपने मन में तुम न रखों किसी तरह का कोई खट्टास मैं... Hindi · कविता 3 4 350 Share Anamika Singh 17 Jun 2022 · 1 min read गंगा माँ शिव के जटा से निकलकर जब गंगा आती है धरती के द्वार न जानें कितने जीवन के लिए खोल देती के खुशियों के द्वार। कल - कल करती जब बहती... Hindi · कविता 3 2 550 Share Anamika Singh 17 Jun 2022 · 2 min read माँ का प्यार माँ बताओ न तुम इतना प्यार कहाँ से लाती हो और हम सब पर तुम इतना प्यार कैसे बरसाती हो । माँ बताओं न तुम मुझको यह कैसे कर पाती... Hindi · कविता 5 8 889 Share Anamika Singh 17 Jun 2022 · 2 min read भगत सिंह का प्यार था देश धरती का वह लाल जो हो गया बेमिसाल, अपने शब्दों से जिसने फूँक दिया देश में , आजादी की क्रांति का अंगार। नाम भगत सिंह था उनका। सिंह की तरह... Hindi · कविता 3 4 423 Share Anamika Singh 16 Jun 2022 · 1 min read कुछ काम करो आए हो तुम इस जग में तो कुछ काम करो, कुछ काम करो ऐसे ही समय के गर्द में तुम कहीं गुम न हो जाओं इसलिए समय के साथ कदम... Hindi · कविता 4 10 594 Share Anamika Singh 15 Jun 2022 · 1 min read पहचान आज खुद को खुद से रूबरू करने चली मैं । आज फिर एक बार अपनी पहचान ढुंढने चली मैं | दफन हो चले थे जो सपने समय के गर्द मे... Hindi · कविता 5 10 492 Share Anamika Singh 15 Jun 2022 · 2 min read हमारी सभ्यता माना हमारी सभ्यता बहुत पुरानी है। पर आज भी उसमें वही रवानी है । माना पहुँच गए है, हम आज चाँद पर। पर चाँद को मामा हम आज भी बुला... Hindi · कविता 6 14 1k Share Anamika Singh 9 Jun 2022 · 1 min read आज अपना सुधार लो आज अगर तुमने मेहनत का बीज बो दिया, कल तुम ही सफलता के फल को खाओगे। समुंद्र के तह में तुम उतरोगे , तभी तो मोती ला पाओगे। अभी समय... Hindi · कविता 8 10 556 Share Anamika Singh 9 Jun 2022 · 1 min read ईश्वर ने दिया जिंन्दगी ईश्वर ने जिंन्दगी देकर भेजा हमें जिने के लिए और हम अपनों के सपनों के पीछे भागते रह गये उन्हें मंजिल तक पहुँचाने के लिये। पुरी जिन्दगी लगा दी अपनो... Hindi · कविता 5 6 284 Share Anamika Singh 8 Jun 2022 · 2 min read मुस्कुराहट का नाम है जिन्दगी जिन्दगी एक असुलझी पहेली है। जिसमें आते रहते हैं झूले की भाँति उतार चढाव । कभी लगता है आराम से जी रही हूँ जिन्दगी और कभी लगता है काफी संघर्ष... Hindi · कविता 7 8 324 Share Anamika Singh 8 Jun 2022 · 2 min read आत्महत्या क्यों ? क्यों आँखों से पानी छलका क्यों मन आज हो रहा उदास इतनी ऊँचाई को छूकर भी इंसान क्यों तन्हा महसूस कर रहा है आज। दिल का एक कोना चाहे अपने... Hindi · कविता 5 7 872 Share Anamika Singh 7 Jun 2022 · 1 min read मजदूरों का जीवन। मजदूरों के लिए जीवन में कहाँ सुबह कहाँ शाम होती है। वह बेचरा हर दिन क्या सुबह क्या शाम पेट के जुगाड़ मे लगा रहता है। क्या - क्या नही... Hindi · कविता 8 8 606 Share Anamika Singh 7 Jun 2022 · 2 min read जीवन और मृत्यु एक बार जीवन और मृत्यु में छिड़ गई लड़ाई जीवन बोला मूत्यु से मैं हूँ तेरा बड़ा भाई मृत्यु बोला वह कैसे मैं हूँ तेरा बड़ा भाई। जीवन बौला मैं... Hindi · कविता 3 6 1k Share Anamika Singh 6 Jun 2022 · 1 min read बेरोज़गारों का कब आएगा वसंत बेरोज़गारों के जीवन में कब आएगा वसंत का बहार। आ रहा है हिन्दुस्तान के हर कोने - कोने से बेरोज़गारों की पुकार। कहाँ है हम सब के लिए नौकरी बताओं... Hindi · कविता 8 9 314 Share Anamika Singh 6 Jun 2022 · 1 min read जो आया है इस जग में वह जाएगा। कौन है जो इस जग में हमेशा के लिए रहने आया है। कहाँ कोई इस जग से कुछ लेकर जा पाया है। फिर भी ऐ मुर्ख इंसान क्यों जीवन भर... Hindi · कविता 7 4 678 Share Anamika Singh 6 Jun 2022 · 1 min read हम आजाद पंछी आजादी है जीवन मेरा हमें आजाद रहने दो। ईश्वर ने दिये है हमें पंख हमें खुले आसमान में उड़ने दो। हम पंछी आजाद गगन के पिंजरे में न रह पाएँगे।... Hindi · कविता 5 6 2k Share Anamika Singh 5 Jun 2022 · 2 min read जाको राखे साईयाँ मार सके न कोय मेरे घर के आगे हे सेमल का पेड़ है। पेड़ काफी ऊँचा,बड़ा और घना है । उस पर कई चिड़ियों ने अपना डेरा डाल रखा है। उस पर कौआ और... Hindi · कविता 4 11 383 Share Anamika Singh 5 Jun 2022 · 1 min read रफ्तार माना की रफ्तार जीवन के लिए है जरूरी । पर रफ्तार में संयम होना सबसे है जरूरी। रफ्तार में संयम हो अगर, सही दिशा पर ले जाता है। देर भले... Hindi · कविता 8 8 494 Share Anamika Singh 5 Jun 2022 · 1 min read समय का सदुपयोग दौड़ो भागों समय के साथ, समय नहीं रुकेगा आज। चलना है तो संग -संग चलकर , पूरे कर लो अपने काज। समय का जो पहिया हमेंशा घूमता ही रहता है।... Hindi · कविता 8 10 1k Share Anamika Singh 4 Jun 2022 · 3 min read पिता का दर्द एक बेटी के लिए पिता सब कुछ होता है और एक पिता के लिए बेटी उसका दिल। जिसे पाने पर सबसे बड़ी खुशी मिलती है और जिससे बिछड़ने पर सबसे... Hindi · कविता 5 5 2k Share Anamika Singh 4 Jun 2022 · 1 min read कर्म करो सपनों में तुम रखों आस्था और कर्म किए तुम जाओ। रखो ईश्वर में तुम विश्वास और गिरने से न तुम घबराओं। आए समस्याएँ जो राहों में तुम संयम के साथ... Hindi · कविता 3 4 271 Share Anamika Singh 4 Jun 2022 · 1 min read पथ पर बैठ गए क्यों राही पथ पर बैठ गए क्यों राही अभी चलना है तुम्हें बड़ी दूर। मंजील तुम्हें छुना है अगर तो कदम बढ़ाते रहना तुम जरूर। जब तक तुम खुद को घिसोंगे नहीं... Hindi · कविता 3 4 278 Share Anamika Singh 3 Jun 2022 · 3 min read शहीद की आत्मा मैं शहीद की आत्मा आज अपनी अर्जी लगा रहा हूँ । अपनी फरियाद लेकर अपने देशवासियों के बीच आया हूँ । जब तक जिंदा था में देश के लिए जीता... Hindi · कविता 4 8 523 Share Anamika Singh 2 Jun 2022 · 1 min read कल्पना जिन्दगी के थपेंड़ो से कई बार जब सपने आँखो में ही दम तोड़ जाते है। जिन्दगी को जीने की इच्छा खत्म होने लगती है। कई बार बुझते दिये की लौ... Hindi · कविता 6 2 248 Share Anamika Singh 2 Jun 2022 · 1 min read धीरे-धीरे कदम बढ़ाना जीवन पथ का राह कठीन है आगे मुश्किल भरा सफर है कई शूल बिछे है राहों में सोच - समझकर कदम ले जाना। राही तुम धीरे-धीरे कदम बढाना। सपनों की... Hindi · कविता 4 2 831 Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 1 min read हम सब एक है। हम सब है भारतवासी देश हमारा एक । रंग -रूप है अलग - अलग पर दिल हमारा एक। एक हमारी धरती सबकी गगन हमारा एक। अलग - अलग है बोली... Hindi · कविता 6 4 1k Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 2 min read फूल और कली के बीच का संवाद (हास्य व्यंग्य) कलियों ने फूलों से कहा! बहन आजकल यह मनुष्य जाति कर क्या रहे है ! अपने भाव दिखाने के लिए हर जगह हमें साथ ले जा रहे है। इनके दिल... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 8 1k Share Anamika Singh 1 Jun 2022 · 2 min read चल-चल रे मन चल - चल रे मन शहर से अपने गाँव में। यह शहर लगे है हमें अजनबी सा डेरा। यहाँ कोई नहीं है तेरा , सब करते रहते है लोग यहाँ... Hindi · कविता 3 2 875 Share Anamika Singh 31 May 2022 · 1 min read माई री [भाग२] ओ माई मेरी ओ माई मेरी करके तु मेरी विदाई, मुझे अकेला क्यों छोड़ दिया। तुझको क्या मालूम है माई री तेरे बीन मैं हो गई कितनी अकेली। कोई नहीं... Hindi · कविता 4 314 Share Anamika Singh 31 May 2022 · 1 min read माई री ,माई री( भाग १) माई री ,माई री, क्यों छोड़ दिया मेरा हाथ, क्यों छोड़ दिया मेरा साथ। क्यों मुझको तुमने इतना सजाकर, भेज दिया किसी और के साथ। कब से तुम इतनी पत्थर... Hindi · कविता 4 2 349 Share Anamika Singh 31 May 2022 · 1 min read यह चिड़ियाँ अब क्या करेगी आँधी आई आज जोर से टूट गई कितनी डाली । सड़के गलियाँ चारों तरफ बिखरी थी सिर्फ डाली ही डाली। साथ में कितने चिड़ियों का घोंसला टूट गया है आज।... Hindi · कविता 6 6 343 Share Anamika Singh 30 May 2022 · 1 min read एक किताब लिखती हूँ। चल जिन्दगी तुम पर मैं आज एक किताब लिखती हूँ । क्या पाया क्या खोया मैंने आज उसका हिसाब-किताब करती हूँ। अपने बीते हुए गम का मैं आज आँसु लिखती... Hindi · कविता 5 4 605 Share Anamika Singh 30 May 2022 · 2 min read मैं द्रौपदी, मेरी कल्पना मैं द्रौपदी ! आज अपनी व्यथा सुनाने आई हूँ। महाभारत युद्ध कराने का, जो कंलक लगा है मुझ पर, मै उसे मिटाने आई हूँ । पुरुषों की इस दुनियाँ ने... Hindi · कविता 5 4 561 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read अधुरा सपना एक अधुरा सपना मेरा बार -बार आकर मेरे दिल पर दस्तक देता रहता है । लाख भुलाना चाहूँ पर वह मुझे भुलने नहीं देता है। याद दिलाकर वह मेरे सपने... Hindi · कविता 10 8 504 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read इच्छाओं का घर इच्छाओं का अपना कोई घर कहाँ होता है। जब तक इच्छा हकीकत में न बदले उसका वजूद कहाँ होता है। जब तक तुम मेहनत न करो मंजील तुम्हें कहाँ मिलता... Hindi · कविता 3 2 271 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read गर्भ से बेटी की पुकार गर्भ में पल रही बेटी बोल रही थी बार-बार। माँ-पापा मुझे लेने देना अपने जीवन का आकार। मैं भी हूँ तेरे घर की ही एक चिराग। जलने से पहले न... Hindi · कविता 2 538 Share Anamika Singh 29 May 2022 · 1 min read मन के गाँव ज्ञान का दिया जलाओं तुम अपने अंधेरे मन के गाँव में देखो कैसे अंधेरा मिटता है उस दिया के छाँव में। माना फँसा हुआ है तु अभी नदी के बीच... Hindi · कविता 4 2 767 Share Anamika Singh 28 May 2022 · 3 min read लड़के और लड़कियों मे भेद-भाव क्यों समाज में लड़कियों के प्रति हो रहे दोहरे चरित्र को देखकर, मेरे मन में यह ख्याल बार-बार आता है! क्यों समाज में आज भी लड़के - लड़कियों के मामले में... Hindi · कविता 4 2 3k Share Anamika Singh 27 May 2022 · 1 min read सफलता की कुंजी । यह जीवन एक असुलझी पहेली है। इससे मिलने वाले चुनौती को तुम स्वीकार करो। सुख और दुख दो जीवन के पहलू है, इनका न तुम तिरस्कार करो। अपनी अन्दर की... Hindi · कविता 3 4 411 Share Anamika Singh 27 May 2022 · 3 min read बचपन की यादें। याद बहुत आता है हमकों वह बचपन वाला दिन, रिंकु, टिंकु चिंटु, पिंटु, समीर और सुरभी के साथ बिताएँ मस्ती वाले दिन खेल - खेल बीत जाता था सारा सारा... Hindi · कविता 3 5 793 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 2 min read प्रकृति का क्रोध प्रकृति क्रोध में भर कर आई, और लगी हम पर चिल्लाने। बोली, ए इंसान! तुम कैसे एहसानफरोश हो। जिसने दिया है तुमको जीवन का दान। तुम उसी का प्राण धीरे-धीरे... Hindi · कविता 3 3 753 Share Anamika Singh 26 May 2022 · 1 min read मैं बेटी हूँ। मैं बेटी इस सृष्टि की हूँ सबसे अद्भुत रचना। मैं न होती तो तुम क्या होते जरा यह कहना! मेरे ही रूप है , माँ पत्नी और बहना। मैं न... Hindi · कविता 6 4 793 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 1 min read जीवन मे कभी हार न मानों हार न मान तू अपने जीवन में इतनी जल्दी न टूटकर बिखर। खुद को समेट ले तू कसकर रख हौसला अपने ऊपर फिर जाके तुम एक रोज निखरेगा। ढल रहा... Hindi · कविता 2 2 308 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 3 min read शहीद बनकर जब वह घर लौटा फोन की घंटी बजी। पत्नी ने उठाई। उधर से अफसोस जताते हुए, एक आवाज आई। हमारे सैनिक भाई शहीद हो गये हैं। पत्नी बेचारी बेसुध सी हो गई वह क्या... Hindi · कविता 5 9 438 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 1 min read सत्य कभी नही मिटता सत्य आजकल दब रहा है झुठी - झुठी बातों से, होठों ने भी सीख लिया है हँसना झुठी बातों पर। जीवन के इस चौसर पर हार रहे है सत्यवादी, झूठो... Hindi · कविता 6 2 963 Share Previous Page 2 Next