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2 Jun 2022 · 1 min read

धीरे-धीरे कदम बढ़ाना

जीवन पथ का राह कठीन है
आगे मुश्किल भरा सफर है
कई शूल बिछे है राहों में
सोच – समझकर कदम ले जाना।
राही तुम धीरे-धीरे कदम बढाना।

सपनों की दुनियाँ के पीछे
ऐसे ही न तुम दौड़ जाना
सोच समझकर लक्ष्य बना कर
मंज़िल के तरफ अपना कदम बढना
राही तुम धीरे- धीरे कदम बढ़ाना।

अंधे शौक के पीछे पर कर
तुम अपना लक्ष्य नही भुल जाना
जल्द बाजी के कारण जाकर
मुँह के बल न गिर जाना।
राही तुम धीरे-धीरे कदम बढ़ाना।

पथ तुम्हें भले लगे कठिन
अँधेरा हो भले ही राहों में
यह सब देखकर राही
तनिक नहीं तुम घबराना।
राही तुम धीरे-धीरे कदम बढ़ाना।

अपने मन को हौसला देकर
साहस का गीत सुनना
ईश्वर का नाम दिल से लेकर
तुम आगे को बढ़ जाना।
राही तुम धीरे-धीरे कदम बढ़ाना।

~ अनामिका

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 685 Views
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