Comments (10)
Anamika Singh
Author
17 Jun 2022 12:44 PM
Thanks.
17 Jun 2022 11:53 AM
Very Nice poem.
17 Jun 2022 01:42 AM
मन के चेतना को जगा दिया
हमें भी अपने काम पे लौटा दिया
पढ़कर हर उलझन सुलझ गई
ये अद्भुत कविता ख़ुदा ने सिर्फ आपके हाथों से हम सब के लिए लिखवा दिया।
शुक्रिया जी
Anamika Singh
Author
17 Jun 2022 08:44 AM
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर आभार।
16 Jun 2022 11:28 PM
कुछ काम करो जीवन नाम करो ,,,,,,,,,, सुन्दर भाव ।
Anamika Singh
Author
17 Jun 2022 08:44 AM
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर। सादर प्रणाम।
Anamika Singh
Author
16 Jun 2022 09:42 PM
आपको ऐसा लगा इसलिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर आभार।
16 Jun 2022 09:38 PM
ऐसा लग रहा है ये रचना सिर्फ मेरे लिये है।बहोत ही उम्दा लेखनशैली
सुप्रभात.. मेडम! अति सुन्दर रचना…शुक्रिया!
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर। सादर प्रणाम