प्रीतम श्रावस्तवी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 307 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रीतम श्रावस्तवी 22 Apr 2017 · 1 min read झूठी तारीफ मैं नही करता बाग में खिलती रात रानी है जिसके दम से फिजां सुहानी है भूख लगती नही अगर तुमको ये तो उल्फ़त की ही निशानी है हसरतें कब की जल चुकीं मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 750 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read फूस का आराम देता मेरा घर अच्छा लगा साथ चलने वाला मेरा हमसफ़र अच्छा लगा राह में काँटे मिलें या गुल मगर अच्छा लगा उसने माँगी थीं दुआएँ जो कभी मेरे लिए उन दुआओं का हुआ है अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 688 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 May 2021 · 1 min read मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है -------ग़ज़ल------- मम्मा बोली इक दिन मुझसे, मून तू मेरा तू ही सन है मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है जीन्स फ़टी है फ़टी कमीज़ें, जिसको देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 610 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read माँ दुआओं से अपनी बचाती रहे आज की हासिल ग़ज़ल ******** माँ जो औलाद पर जां लुटाती रहे खुद रहे भूखी सबको खिलाती रहे ?? आज के बच्चे देखें न माँ को कभी चाहे हालत पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 634 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2019 · 1 min read हास्य रचना जब से लाया हूँ मैं लुगाई को मैं तरसता हूँ पाई पाई को पूछती चाय भी नहीं वो मुझे खुद तो खाये वो रसमलाई को गल गया है शरीर चिन्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 596 Share प्रीतम श्रावस्तवी 17 Apr 2017 · 1 min read हिना बन गया खूने जिगर रंगे हिना है दिखाया क्या असर रंगे हिना जोडे़ की सुर्खी़ भी पीली पड़ गई कर दिया है बेअसर रंगे हिना हो गई जब पत्थरों पै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 528 Share प्रीतम श्रावस्तवी 23 Jun 2017 · 1 min read शायरों ने कहा शायरी मिल गई गीत को अब मेरे मौसिकी मिल गई ग़म में भी अब मुझे हर खुशी मिल गई ?? मेरी महफिल की रौनक बढी़ आपसे फिर बुझे दीप को रौशनी मिल गई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 502 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Apr 2017 · 1 min read बिखरते बिखरते सँवरने लगी वो बिखरते - बिखरते सँवरने लगी वो कि बन कर के खुश्बू महकने लगी वो नही बस रहा अब मेरी धड़कनों पे मेरे दिल में ऐसे उतरने लगी वो कभी जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 590 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Sep 2017 · 1 min read तू मुश्किलों का ख़याल मत कर ग़ज़ल ----------- यहाँ पे कोई बवाल मत कर तू बेवजह के सवाल मत कर अभी ख़िज़ां में बहार आई बुरा तू इसका ये हाल मत कर ये जिन्दगी का सफ़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 547 Share प्रीतम श्रावस्तवी 4 May 2017 · 1 min read आदमीयत न तुम जुदा रखना दिल में थोड़ी सी तो वफा रखना ? लाख कर ले सितम ज़माना ये तुम न दिल में कभी जफ़ा रखना ? दाग़ किरदार पे न लग जाए स्याह दिल से तू फासला रखना ? खो गई हैं जो आरजूएं तो फिर भी जीने का हौसला रखना ? मिले तुमको दुआओं की दौलत पास मां - बाप को सदा रखना ? जान लेना गुनाह पहले तुम जब किसी से कोई गिला रखना ? दफ़्न हो जाऊं जब लहद में मैं दीप तुरबत पे तुम जला रखना ? खत्म "प्रीतम" न हो महक दिल से गुल मुहब्बत का तुम खिला रखना आदमीयत न तुम जुदा रखना दिल में थोड़ी सी तो वफा रखना ? लाख कर ले सितम ज़माना ये तुम न दिल में कभी जफ़ा रखना ? दाग़ किरदार पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 492 Share प्रीतम श्रावस्तवी 6 Aug 2017 · 1 min read अगर तुमने की बेवफाई न होती अगर श्याम बंसी बजाई न होती तो राधा ने सुध बुध गँवाई न होती ???????? मिली माँ की जो रहनुमाई न होती मेरी जिन्दगी मुस्कुराई न होती ????????? ये जल्वागरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 529 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jul 2017 · 1 min read प्यार का मौसम सुहाना चाहता हूँ 2122 2122 2122 बह्रे रमल मुसद्दस सालिम 28/07/2017 ग़ज़ल ********* मैं वतन पर जाँ लुटाना चाहता हूँ अम्न की खुश्बू बहाना चाहता हूँ दिल ये करता साथ बच्चों के मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 520 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read तूफान साहिलों पे ठहरने न दे मुझे आज की हासिल ग़ज़ल ******** 221 2121 1221 212 अपनी निगाहों से तू उतरने न दे मुझे मैं बावफ़ा हूँ यार बिख़रने न दे मुझे ?? मिलने की तुमसे चाह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 497 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read फूल कलियाँ ये नाजुकी तेरी बन गयी है मेरी खुशी तेरी हो चुकी है ये जिन्दगी तेरी मीठी बातों से जग ये लूट लिया कितनी अच्छी बहादुरी तेरी आज छत पर भी मेरे आई है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 542 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read मुल्क़ में अम्नो-चैन लाना है ---------ग़ज़ल------- 2122-1212--22 1- ज़िन्दगी भर ये ग़म उठाना है दर्द सहकर के मुस्कुराना है 2- ज़ुस्तज़ू में तूम्हारी ऐ दिलबर ठोकरें कब तलक ये खाना है 3- कर लिया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 513 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read मरमरी बदन तेरा धूप में न जल जाए गैर तरही ग़ज़ल ******** 212 1222 212 1222 नाज़ हुस्न पे मत कर एक दिन ये ढल जाए आने-जाने वाला रुत पल में ही बदल जाए आ छुपा लूँ मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 521 Share प्रीतम श्रावस्तवी 21 May 2017 · 1 min read कामयाबी आपके चूमे क़दम उरूज 19/5 ये बुलंदी उनके ---ही चूमे कदम। कौम की जो राह में उठते क़दम ?? जब सनम ने है --पिलाई आंख से फिर सुरूरे इश्क़ --में बहके क़दम ??... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 512 Share प्रीतम श्रावस्तवी 23 Jun 2017 · 1 min read दीप यादों के जलाना छोड़ दे जख़्म दिल के तू दिखाना छोड़ दे फिर हंसेंगे सब बताना छोड़ दे ?? चैन फुर्क़त में न पाएगा कभी दिल हसीनों से लगाना छोड़ दे ?? खार बन कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 488 Share प्रीतम श्रावस्तवी 23 Jun 2017 · 1 min read मेरी कश्ती को न किनारा मिला मुझे उनके खत का लिफाफा मिला जो देखा वरक सारा सादा मिला ?? हुए रूबरू ---------ये शिकायत लिए मुझे उल्टे उनसे ---ही शिकवा मिला ?? कभी लौट कर आए मैके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 448 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read माँ के छूने से तो पत्थर भी सँवर जाते हैं -------+ग़ज़ल+----- माँ के क़दमों में अगर लोग ठहर जाते हैं ग़म के सागर को वो इक पल में उतर जाते हैं फूल तो फूल हैं ऐ दोस्त जहां में लेकिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 480 Share प्रीतम श्रावस्तवी 23 Jun 2017 · 1 min read "जिन्दगी का मेरे तू ही आधार है" 212 212 212 212 बात दिल से हमें आज स्वीकार है काव्य परिवार है काव्य संसार है ?? काव्य से ही जुड़े दिल के सभी तार हैं पूरी सृष्टि में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 485 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read आप यूँ ही बवाल करते हैं ग़ज़ल ???????? हम तो सबका ख़याल करते हैं आप यूँ ही बवाल करते हैं ?????????? जीत जाएगा सच कभी न कभी आप यूँ ही मलाल करते हैं ????????? जिन्दगी जिनको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read कोहरा --------ग़ज़ल------- जब ज़मी से भी ऊपर गया कोहरा खौफ़ सूरज में इक भर गया कोहरा फूटतीं बोलियाँ मुँह में जमनें लगीं इस तरह सबके अंदर गया कोहरा उस घड़ी रुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 474 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2017 · 1 min read खन खनाने की बात आए गी ग़ज़ल ****** जब भी शीशे की बात आएगी टूट जाने की बात आएगी ????? टूट जायेगा दिल तेरा फिर भी मुस्कुराने की बात आएगी ??????? वो न आएगा अपने वादे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 490 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read बचपन की यादें -----ग़ज़ल----- माँ का प्यार दुलार मिला दे बचपन का संसार मिला दे छोटी ग़लती पर मिलती जो प्यार भरा फटकार मिला दे जो थी लुटाती भर भर आँचल ममता का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 461 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read माँ -------ग़ज़ल------ ( माँ ) माँ की दुआ ने आज -----बनाया निडर मुझे हर आफ़तो बला ------भी लगे बे असर मुझे जब भी ये पाँव मेरे "----"""बहकने लगें कभी करती क़दम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 410 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read आज सखी होली है %%%%%%%%%%%%% ???????????? प्रेम के रंग उड़ाओ आज़ सखी होली है झूमो नाचो गाओ आज़ सखी होली है ढोलक झांझ मजीरा बाजै मिलके फगुआ गाओ आज़ सखी होली है दारू भांग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 466 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 Oct 2017 · 1 min read मुझे जहरीली हरगिज़ बोलियाँ अच्छी नहीं लगतीं ग़ज़ल ******* 1- हँसी होठों को दे अब सिसकियाँ अच्छी नहीं लगतीं जरा शीरी ज़बां कर तल्ख़ियाँ अच्छी नहीं लगतीं 2- जला दें उन घरों में भी दिया उल्फ़त का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 437 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Feb 2021 · 1 min read साँस बनने पर तुली है अब शरारा देखना ----------ग़ज़ल------- तितलियों का बाग में ग़र तुम नज़ारा देखना हो न जाये इस मुहब्बत में ख़सारा देखना आशियाने जो बनाते हो यहाँ ख़्वाबों के तुम आँधियाँ आयें न बादल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 416 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read अब ये न बेबसी रहे ग़ज़ल ******* ग़र चाँदनी खिली रहे तो दूर तीरग़ी रहे ? अरमान सारे ख़ाक़ हैं बस दिल में बेबसी रहे ? खुशियाँ मिली है सारी तो आँखों में क्यों नमी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read किसी ग़रीब को आओ हँसा के देखते हैं -------ग़ज़ल------ तुम्हारे दर पे किसी रोज़ आ के देख ते हैं नसीब अपना ये हम आज़मा के देख ते हैं ~~~~~~~~~~~~~~~~~ तुम्हारे शहर की कितनी हवाएँ हैं क़ातिल मगर घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 454 Share प्रीतम श्रावस्तवी 21 May 2017 · 1 min read बस ग़ज़ल उनकी निशानी रह गई ग़ज़ल ---------- ?? और गुल की तो कहानी रह गई बस चमन में रात रानी रह गई ?? दिल में छवि कोई पुरानी रह गई आंखों में दरिया तूफानी रह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 448 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 May 2017 · 2 min read रोज माँ को जो सिर झुकाते है प्यार के दीप जो जलाते हैं तीरगी को वही भगाते हैं (1) फिक्र हमको नहीं मकानों की आशियां दिल में हम बनाते हैं ( 2 ) आज पाया वही बुलंदी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 426 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2017 · 1 min read अब वतन में हर तरफ ही प्यार होना चाहिए ग़ज़ल ------------ अब चमन दिल का मेरे गुलजार होना चाहिए जिंदगी में अब ग़मे इतवार होना चाहिए -------?------- अब वतन में हर तरफ ही प्यार होना चाहिए साथ सब मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 444 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read लोग किस्मत पे आँसू बहाते रहे ग़ज़ल ******* 212--212--212--212 दीप उल्फ़त का हम तो जलाते रहे फ़र्ज़ इंसानियत का निभाते रहे जिन्दगी भर किये संग जिसके वफ़ा बद्दुआ से हमें वो सजाते रहे इक झलक मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 446 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल-------- वो हमें बारहा आज़माते रहे हम मगर उनसे उल्फ़त जताते रहे डरते हैं रू ब रू आने से वो मगर रोज़ ख़्वाबों में जो आते जाते रहे खार ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read नाते शरीफ़ @@@@@@@ मुस्तफ़ा की उल्फ़त ही ---मेरा हर ख़ज़ाना है उनके पाॅय अक़्दस में --अब मिरा ठिकाना है दोस्ती ज़माने की अब----- समझ नहीं आती दो जहां के दिलबर से-हमको दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 395 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 May 2017 · 1 min read बुद्ध पूर्णिमा न गौतम बुद्ध के जैसा सखावत देखते हैं हम न अब हर शख्स की खातिर मुहब्बत देखते हैं हम ? हुआ है शर्म से चेहरा गुलाबी ऐ मेरे दिलबर तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 440 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 Jan 2021 · 1 min read हौसलों के परों से उड़ा कीजिए -------------ग़ज़ल------------; मत सरेराह तन्हा चला कीजिए ये ज़माना बुरा है बचा कीजिए जो भी कहना है वो बेहिचक बोल दो हाथ से हाथ को मत मला कीजिए थोड़ा दीदार हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 414 Share प्रीतम श्रावस्तवी 21 May 2017 · 1 min read प्यार जिसने किया तड़पते हैं 2121 1212 22 राह कांटों की फिर भी चलते हैं जिंदगी के सफर यूं कटते हैं ?? दिल के जज़्बात कब संभलते हैं आइने की तरह -----बिखरते हैं ?? हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 410 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Sep 2017 · 1 min read अब दिया प्यार का हर घर में जलाया जाए ग़ज़ल ******** अब शज़र ऐसा वतन में तो लगाया जाए प्यार के साये में घर अपना बनाया जाए तीरग़ी ग़म की जो अब तक के सहे हैं उनको अब दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 445 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल दिल में उनका जब ठिकाना हो गया तब से दुश्मन ये ज़माना हो गया दर्द थमने का नहीं अब नाम ले रात दिन आँसू बहाना हो गया एक दिन हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 403 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read अंदाज़ अपना अपना हर कोई समझता है ये राज़ अपना अपना सबका ही अलहदा है अंदाज़ अपना अपना कितना ही सितमग़र हो ख़ाविन्द किसी का भी होता है मगर प्यारा सरताज़ अपना अपना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read बाप की इस बेबसी पर बेटियाँ रोने लगीं ग़ज़ल ??? अब्र की इस बेरुख़ी पर बिज़लियाँ रोने लगीं फिर जमीं की आज़ ये बेताबियाँ रोने लगीं ????????? हल्दी मेहदी और सहरे से हुई नफ़रत मुझे देख उसकी बेरुख़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 453 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Sep 2017 · 1 min read भूल बैठा हूँ तभी से जानेमन ये मयकदा आज की हासिल ग़ज़ल ******* आ गया है दर्द लेकर फिर फिर दुखों का काफिला खो गया है भीड़ में ये दिल हमारा ग़मज़दा ?? प्यार तो मिलता नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 May 2017 · 1 min read प्यार माँ का तो दुनिया में है कीमती दिल तो दिल है इसे मत खिलौना करो फूल पे कांटों के मत बिछौना करो पहले तो तुम निशाने -को- पक्का करो फिर चलाना है तो तीर ----- सीधा करो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 378 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल जल रहीं हसद की आग में ग़रीब बस्तियाँ पर अमीर क्यों रखे था बंद अपनी खिड़कियाँ रौनकें थी जिनसे मुस्कुरा रही थी हर कली अब चमन में आ नहीं रहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 399 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read नाते शरीक़ आ गये आ गये ------रहनुमा आ गये दो सलामी ------हबीबे-ख़ुदा आ गये ज़िन्दगी को -------बक़ा देनेे के वास्ते, दर्द मंदों के ग़म -----की दवा आ गये गुल महकने लगे खिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 379 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read ज़िन्दगी में ग़म उठाए हैं बहुत -----ग़ज़ल----- 2122--2122--212 1- बस वो ये कहकर बुलाए हैं बहुत फूल राहों में बिछाए है बहुत 2- हर क़दम वो आज़माए हैं बहुत क़ल्ब लेकर के जलाए हैं बहुत 3-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- ये ज़मीं हमारी है मेरी ना तुम्हारी है हिन्दू या मुसलमाँ हों सबको जाँ से प्यारी है प्यार कल दिया जिसने क्यों लिए कटारी है भारती के चरणों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 388 Share Page 1 Next