आकाश महेशपुरी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 139 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 30 Sep 2024 · 1 min read तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ग़ज़ल- तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं ◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️◼️ दिल के होता है आर-पार नहीं तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं तेरी खातिर मैं छोड़ दूँ दुनिया दिल है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 2 45 Share आकाश महेशपुरी 25 Sep 2024 · 1 min read जिनको हमसे रहा है प्यार नहीं जिनको हमसे रहा है प्यार नहीं उनका हमको भी इंतजार नहीं रोग है ये इलाज के क़ाबिल आपको इश्क़ का बुखार नहीं मुझपे उँगली उठा रहे हैं जो उनका दामन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 49 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2024 · 1 min read बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले रोज़ मिलते हैं मुझे अपना बताने वाले हैं कहाँ लोग मगर साथ निभाने वाले कैसे मैं फिर से मोहब्बत पे भरोसा कर लूँ बेवफ़ा जब हुए आँखों में बसाने वाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share आकाश महेशपुरी 8 Apr 2024 · 1 min read मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहिए मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहिए शेर जम जाये तो ताली भी बजाते रहिए आँख से हो के ही जाता है दिलों का रस्ता दिल में आने के लिए आँख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 159 Share आकाश महेशपुरी 4 Apr 2024 · 1 min read है शिकन नहीं रुख़ पर है शिकन नहीं रुख़ पर आँख में ख़ुमारी है ज़िंदगी भले हमने दर्द में गुजारी है मानता हूँ दुनिया में राज है तेरा लेकिन वक़्त की नज़र में तो हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 85 Share आकाश महेशपुरी 26 Mar 2024 · 1 min read जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा वे ही लगते हैं मेरे दिल को दुखाने ज्यादा ज़िंदगी तेरे तजुर्बे से यही सीखा है ज़ख़्म देते नहीं अपनो से बेगाने ज्यादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 117 Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2024 · 1 min read हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं कुछ लोग तेरी बज़्म में जो आए हुए हैं कुछ लोग यहाँ रोज ही लड़ने में हैं मशरूफ वो चैन से हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 84 Share आकाश महेशपुरी 16 Mar 2024 · 1 min read मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए दुनिया की तरह प्यार का सौदा न कीजिए हैं प्यार के सिवा भी कई काम आजकल हर वक़्त सज के सामने आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 79 Share आकाश महेशपुरी 1 Jan 2024 · 1 min read प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है चाहने से हसीं संसार कहाँ मिलता है सब मुहब्बत की नुमाइश में लगे हैं यारों दिल को सच्चा कोई दिलदार कहाँ मिलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 177 Share आकाश महेशपुरी 15 Nov 2023 · 1 min read हुस्न उनका न कभी... हुस्न उनका न कभी दिल से बिसारा जाए वक़्त कैसे बिना महबूब गुजारा जाए जब वो नज़रों के ही पैग़ाम को पढ़ लेते हैं सोचता हूँ भला क्यूँ लब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 135 Share आकाश महेशपुरी 30 Oct 2023 · 1 min read मुंगेरीलाल के सपने... मुंगेरीलाल के सपने दिखाने कौन आता है कि अरसे बाद बस बातें बनाने कौन आता है जरा बूझो, तुझे फिर अक्ल का पुतला मैं समझूँगा किसी मुफ़लिस के घर दावत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 108 Share आकाश महेशपुरी 16 Oct 2023 · 1 min read है हुस्न का सौदागर... नज़रों में बसाएगा नज़रों से गिरा देगा यूँ टूट के मत चाहो इक रोज रुला देगा उससे न मिलो अपनी वो मस्त अदाओं से जिसकी न दवाई है वह रोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share आकाश महेशपुरी 26 Sep 2023 · 1 min read सर-ए-बाजार पीते हो... निकाले रोज़ जाते हो नगर की नालियों से तुम निकल आते तो अच्छा था नशे की जालियों से तुम सर-ए-बाजार पीते हो हया भी पी गए हो क्या नवाजे कबतलक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 274 Share आकाश महेशपुरी 10 May 2023 · 1 min read चुनावी मौसमों में... गरीबों को लुभाना चाहते हैं तभी घर उनके खाना चाहते हैं चुनावी मौसमों में नम्र होकर ये झूठे सर झुकाना चाहते हैं ये चलते गाड़ियों के झुंड लेकर न जाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 201 Share आकाश महेशपुरी 28 Feb 2023 · 1 min read जो मिश्री घोलकर हर आदमी से बात करता है... जो मिश्री घोलकर हर आदमी से बात करता है जरूरी है नहीं बस प्यार की बरसात करता है उतर आते हैं पंछी भूख में कुछ देखकर दाने कहाँ वे हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 142 Share आकाश महेशपुरी 26 Feb 2023 · 1 min read अपने दामन को दागदार किया अपने दामन को दागदार किया क्यूँ फरेबी का एतबार किया जिसने मुझपे सितम हजार किया यार उसको ही मैंने प्यार किया संगदिल के लिए क्यूँ रोज़ाना इन निगाहों को अश्क़-बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 422 Share आकाश महेशपुरी 26 Feb 2023 · 1 min read बिजली रानी से मैंने प्यार किया खुद के दामन को तार तार किया बिजली रानी से मैंने प्यार किया है भरोसा न आने जाने का मनचली का क्यूँ एतबार किया मेरे घर का पता भी भूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 2 178 Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2023 · 1 min read गली अनजान हो लेकिन... खज़ाना चाहने वाला खज़ाना ढूँढ लेता है उदर के वास्ते पंछी भी दाना ढूँढ लेता है जिसे लत है नशे में डूबकर मदहोश होने की गली अनजान हो लेकिन ठिकाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 341 Share आकाश महेशपुरी 14 Oct 2022 · 1 min read मोबाइल का आशिक़ मोबाइल में सर को घुसाने लगा है वो चलते हुए लड़खड़ाने लगा है है लगता नहीं मन किताबों में उसका रमी और पब जी चलाने लगा है भले फीस कालेज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share आकाश महेशपुरी 25 Jul 2022 · 1 min read प्यार करना बुरा नहीं लेकिन... ज़ुल्म ऐसा हुज़ूर मत करना दिल के शीशे को चूर मत करना तुमको खुद की नज़र ही लग जाये यार इतना ग़ुरूर मत करना रूह को दागदार कर दे जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 196 Share आकाश महेशपुरी 11 Jun 2022 · 1 min read बाप का पैसा उड़ाओ इश्क़ में बाप का पैसा उड़ाओ इश्क़ में रोज सैंडिल खा के आओ इश्क़ में तुम रसायन, भौतिकी या मैथ के सूत्र सारे भूल जाओ इश्क़ में रोब तेरा हर तरफ कायम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 3 3 570 Share आकाश महेशपुरी 5 Jun 2022 · 1 min read ग़ज़ल- क्यूँ दर्पन टूट जाता है तुम्हारा क्या चला जाता जो चलने से जरा पहले जरा सा मुस्कुरा देते बिछड़ने से जरा पहले मुझे महबूब से मिलने की जल्दी जब भी रहती है क्यूँ दर्पन टूट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 203 Share आकाश महेशपुरी 18 May 2022 · 1 min read महँगाई हमारी जान जाती है न जाती है ये महँगाई नई सरकार बनते फिर रुलाती है ये महँगाई यहाँ हर बात में यारों ख़ुशी हम ढूँढ लेते हैं मगर सर दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 5 684 Share आकाश महेशपुरी 16 May 2022 · 1 min read समुंदर बेच देता है वो दौलत बाप की बोली लगाकर बेच देता है कभी सोना कभी हीरा कभी घर बेच देता है कहीं प्यासा न मर जाये तड़पकर एक दिन यारों वो कतरा भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 5 635 Share आकाश महेशपुरी 30 Apr 2022 · 1 min read इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर पीठ पर पति के इतना क्यूँ सामान है कोई गदहा नहीं यह भी इंसान है रोड पर झूमना इक हुनर है हुनर बिन पिये जो चले वह तो नादान है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 10 10 1k Share आकाश महेशपुरी 9 Apr 2022 · 1 min read दर्द को यारों छुपाना आ गया दर्द को यारों छुपाना आ गया चोट खाकर मुस्कुराना आ गया देखकर मेरी शराफ़त क्या कहूँ हर किसी को दिल दुखाना आ गया ढूँढने से भी नहीं मिलता सुकूँ दोस्तों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 215 Share आकाश महेशपुरी 24 Mar 2022 · 1 min read ये शिक्षामित्र है भाई कि इसमें जान थोड़ी है जो मरता है तो मरने दो कोई इंसान थोड़ी है ये शिक्षामित्र है भाई कि इसमें जान थोड़ी है पढ़ाता काटकर ये पेट अपना रोज वर्षों से बहुत अहसान करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 4 2k Share आकाश महेशपुरी 14 Mar 2022 · 1 min read प्यार का यूँ न दे सिला कोई एक पत्थर सा है मिला कोई फिर भी शिकवा न है गिला कोई आग जैसी जुबान रखता है फूल जैसा भले खिला कोई खुद को राजा समझ रहे हो पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 382 Share आकाश महेशपुरी 5 Mar 2022 · 1 min read वो मुहब्बत है कहाँ आजकल धंधा हुआ है अब इबादत है कहाँ जो हमें नज़दीक लाये वो मुहब्बत है कहाँ सिर्फ़ चाँदी के महल में आजकल मुजरा करे जो ग़रीबों की सुने ऐसी अदालत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 455 Share आकाश महेशपुरी 20 Nov 2021 · 1 min read ये सियासत... आग ठण्डी पड़ी थी फिर से लगाने आयी ये सियासत सभी की नींद चुराने आयी ये सियासत हमें आपस में लड़ा देती है गाँव जलने लगा तो अक्ल ठिकाने आयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 571 Share आकाश महेशपुरी 20 Nov 2021 · 1 min read यूँ याद जो करोगे तो... मेरे ज़हन को प्यार के साँचे में ढाल के वो ले के चल दिया है कलेजा निकाल के नकली मिले यारों यहाँ हर चीज आजकल दिलदार भी चुनो तो जरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 557 Share आकाश महेशपुरी 15 Nov 2021 · 1 min read ये ज़ुल्मी अदा... जिसे प्यार करना उसी से लड़ाई ये ज़ुल्मी अदा तुमको किसने सिखाई मुहब्बत के रस्ते न आसान होंगे अगर बैठ जाये कभी दिल में काई यही हुस्न वालों की फितरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 313 Share आकाश महेशपुरी 13 Nov 2021 · 1 min read यकीनन बहुत भाव खाने लगे है यकीनन बहुत भाव खाने लगे हैं जिन्हें आजकल हम मनाने लगे हैं जिन्हें दिल दिया चैन पाने की ख़ातिर वही अब मुसलसल सताने लगे हैं समुंदर के माफिक मुझे वे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 192 Share आकाश महेशपुरी 6 Nov 2021 · 1 min read देखकर वे मुझे... देखकर वे मुझे मुस्कुराते रहे इस तरह से मेरा दिल चुराते रहे प्यार है ही नहीं वे बताते रहे पर मुझे रात भर गुनगुनाते रहे जाने अपनी कलाई पे क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 607 Share आकाश महेशपुरी 3 Nov 2021 · 1 min read ख़ुशियों का त्योहार मुबारक ख़ुशियों का त्योहार मुबारक महँगाई की मार मुबारक तिनका तिनका जोड़ रहे हो कर्ज़ा और उधार मुबारक जनता को ही लूट रही है जनता की सरकार मुबारक क्रय क्षमता से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 5 765 Share आकाश महेशपुरी 31 Oct 2021 · 1 min read दिलों के बीच में... उसे भी आजतलक इंतजार है शायद छुपा हुआ ही सही दिल में प्यार है शायद जिसे ज़माना यहाँ इश्क़ नाम देता है भले है फूल सा लेकिन कटार है शायद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 415 Share आकाश महेशपुरी 22 Aug 2021 · 1 min read मुश्किल में हैं हल सोचेंगे मुश्किल में हैं हल सोचेंगे आज नहीं तो कल सोचेंगे छप्पर का भी नहीं ठिकाना कैसे ताज-महल सोचेंगे बड़ा नहीं है मुझसे कोई ऐसा तो पागल सोचेंगे वे भी हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share आकाश महेशपुरी 16 Aug 2021 · 1 min read यादें पुरानी दे गया वो गया लेकिन मुझे दुखती कहानी दे गया दर्द सीने में कभी आँखों में पानी दे गया चाहकर भी मैं उसे ना भूल पाऊँगा कभी दिल को मेरे, प्यार की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 531 Share आकाश महेशपुरी 19 Jul 2021 · 1 min read जीवन यह दुश्वार बहुत है जीवन यह दुश्वार बहुत है दिल मेरा बेजार बहुत है याद नहीं करता वो मुझको पर कहता है प्यार बहुत है उसकी बातों में मत आना उसके भीतर ख़ार बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 511 Share आकाश महेशपुरी 4 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल- चले गए हैं वे जिंदगी से ग़ज़ल- चले गए हैं वे जिंदगी से ■■■■■■■■■■■■■■ न जाने क्यों अब पलट गए हैं हमें वे अपनी ज़बान देकर नहीं मुनासिब है छीन लेना किसी को सारा जहान देकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 3 431 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- दर्द देकर मुझे जुदाई का दूर जाने की बात करते हो क्यूँ रुलाने की बात करते हो दर्द देकर मुझे जुदाई का गुनगुनाने की बात करते हो प्यार मेरा नहीं ये औरों सा क्यूँ ज़माने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 475 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read बारिश का पानी ग़ज़ल ~~~~~ हर कोई बदहाल हुआ है सावन में। पानी जैसे काल हुआ है सावन में।। रोज कमाकर खाने वाला कुनबा तो, रोटी बिन बेहाल हुआ है सावन में। एक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 829 Share आकाश महेशपुरी 8 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कहाँ जाएगी ये जनता... ग़ज़ल- कहाँ जाएगी ये जनता... ■■■■■■■■■■■■■■■ समझ पाया नहीं कोई चली कैसी बीमारी है कहीं साँसों पे संकट है कहीं कालाबाजारी है कहाँ जाएगी ये जनता दिखाने दर्द पर्वत सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 420 Share आकाश महेशपुरी 4 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कितना है हत्यारा सिस्टम ग़ज़ल- कितना है हत्यारा सिस्टम ■■■■■■■■■■■■■■■ देखो आज तुम्हारा सिस्टम कितना है हत्यारा सिस्टम आक्सीजन बिन मर जाओगे कातिल है यह सारा सिस्टम तेरी भूख मिटाए कैसे नेताओं का चारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 698 Share आकाश महेशपुरी 17 Mar 2021 · 1 min read ग़ज़ल- आये थे वीराने से... ग़ज़ल- आये थे वीराने से... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ आये थे वीराने से फिर वही वीरानी है चार दिन के जीवन की बस यही कहानी है लौटना नहीं मुमकिन है सफ़र ये जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 541 Share आकाश महेशपुरी 10 Mar 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कभी रुलाती है ज़ख़्म देकर..... ग़ज़ल- कभी रुलाती है ज़ख़्म देकर..... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कभी रुलाती है ज़ख़्म देकर कभी गले से लगा रही है उसे समझना है यार मुश्किल जो मेरी उलझन बढ़ा रही है नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 387 Share आकाश महेशपुरी 1 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत की निशानी मुहब्बत की निशानी ■■■■■■■■■■■■■ मुहब्बत की निशानी ढूँढता हूँ, वही अपनी जवानी ढूँढता हूँ। कभी ख़त तो कभी तस्वीर उसकी, सभी चीजें पुरानी ढूँढता हूँ। शहर में, गाँव में, सारे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 16 46 746 Share आकाश महेशपुरी 18 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कठिन रास्तों की चढ़ाई... ग़ज़ल- कठिन रास्तों की चढ़ाई... ■■■■■■■■■■■■■■■ कठिन रास्तों की चढ़ाई से डर के रहोगे नहीं तुम इधर या उधर के वही देश को अब चलाते हैं यारों जो मसले किये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 672 Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के ग़ज़ल- हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ रहे घाट के ना रहे आज घर के हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के मिला ही जनम से कलर मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 1 3 505 Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ■■■■■■■■■■■■■■■ चोर-लुच्चों का डर नहीं होता तुम न होते तो घर नहीं होता इतनी पालिश लगाए बैठे हो हुस्न का भी असर नहीं होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 5 5 901 Share Page 1 Next