Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2018 · 1 min read

माँ तेरा अहसास

लगता है तुम यहीं कहीं हो
छिपी हमारे पास
यदा कदा होता रहता है
माँ तेरा अहसास

तुमने ही जन्म दिया मुझको
जब आँख खुली तुमको पाया
पहला स्पर्श तुम्हारा था
तुमसे ही संरक्षण पाया
तेरे आँचल का माँ अब भी
होता है आभास
यदा कदा होता रहता है
माँ तेरा अहसास

जीवन का पहला पाठ मुझे
तुमने ही तो बतलाया था
ठोकर खाना गिरना उठना
उठकर चलना सिखलाया था
तेरी उँगली हरदम रहती
थी मेरे ही पास
यदा कदा होता रहता है
माँ तेरा अहसास

खुद आधी रोटी खाती थी
हमको भरपेट खिलाती थी
घर के खर्चों से बचा बचा
सबको कपड़े सिलवाती थी
मेरे वजूद में दिखता है
माँ तेरा विश्वास
यदा कदा होता रहता है
माँ तेरा अहसास

अब तो अम्मा तुम बस मेरे
सपनों में ही आती हो
बस यादों में ही आकर तुम
अब मुझको बड़ा रुलाती हो
काश स्वप्न सच्चे हो सकते
रहे ह्दय मे आस
यदा कदा होता रहता है
माँ तेरा अहसास

मुझसे ज्यादा बहू तुम्हारी
याद तुम्हें अब करती है
तुम जैसा ही प्यार आज
अपनी बहुओं को देती है
पदचिन्हों पर चले तुम्हारे
बन बैठी है सास
यदा कदा होता रहता है
माँ तेरा अहसास

श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद

1 Like · 2 Comments · 703 Views

You may also like these posts

अबोध जुबान
अबोध जुबान
Mandar Gangal
श्याम बदरा
श्याम बदरा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मन की प्रीती
मन की प्रीती
Dr.Pratibha Prakash
प्रीत प्रेम की
प्रीत प्रेम की
Monika Yadav (Rachina)
23/107.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/107.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कमी
कमी
Otteri Selvakumar
दिल में बसाना नहीं चाहता
दिल में बसाना नहीं चाहता
Ramji Tiwari
मुझे पाने इश्क़ में कोई चाल तो चलो,
मुझे पाने इश्क़ में कोई चाल तो चलो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज्योत्सना
ज्योत्सना
Kavita Chouhan
सबकी अपनी जिन्दगी है
सबकी अपनी जिन्दगी है
Saraswati Bajpai
न मंजिल है कोई न कोई डगर
न मंजिल है कोई न कोई डगर
VINOD CHAUHAN
किसी सहरा में तो इक फूल है खिलना बहुत मुश्किल
किसी सहरा में तो इक फूल है खिलना बहुत मुश्किल
अंसार एटवी
" जूते "
Dr. Kishan tandon kranti
आनंद
आनंद
Rambali Mishra
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
1. Of Course, India Is Not Communal
1. Of Course, India Is Not Communal
Santosh Khanna (world record holder)
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
gurudeenverma198
बहुत जरूरी है एक शीतल छाया
बहुत जरूरी है एक शीतल छाया
Pratibha Pandey
ह
*प्रणय*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुमने सोचा तो होगा,
तुमने सोचा तो होगा,
Rituraj shivem verma
उम्र
उम्र
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
Keshav kishor Kumar
कुछ कुंडलियां
कुछ कुंडलियां
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
नगर अयोध्या ने अपना फिर, वैभव शुचि साकार कर लिया(हिंदी गजल)
नगर अयोध्या ने अपना फिर, वैभव शुचि साकार कर लिया(हिंदी गजल)
Ravi Prakash
काहू संग न प्रीत भली
काहू संग न प्रीत भली
Padmaja Raghav Science
मन खग
मन खग
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
ग्रहस्थी
ग्रहस्थी
Bodhisatva kastooriya
- बीते हुए क्षण -
- बीते हुए क्षण -
bharat gehlot
जिंदगी
जिंदगी
पूर्वार्थ
Loading...