प्यार

प्यार में हिस्सा घट जाए तो
प्यार कई में बँट जाए तो
प्यार घटा सा बरसे लेकिन
प्यार बरस कर छँट जाए तो
प्यार के सपने टूटेगें ही
प्यार की नींद उचट जाए तो
प्यार नदी से लड़ पायेगा?
प्यार की नाव उलट जाए तो
प्यार डरे गर बदनामी से
प्यार ही पीछे हट जाए तो
प्यार लहू से खत लिक्खे पर
प्यार का पर्चा फट जाए तो
प्यार अगर बिल्डिंग से कूदे
प्यार लहू में अट जाये तो
प्यार अगर रस्सी से लटके
प्यार ट्रेन से कट जाए तो
प्यार अगर फैले तो दरिया
प्यार है अश्क सिमट जाए तो