वजह आज मैं उसको नफ़रत करने की दे आई हूँ।

वजह आज मैं उसको नफ़रत करने की दे आई हूँ।
झूठी सच्ची एक मनगढ़ंत कहानी गढ़ के आई हूँ।।
वह क्या जाने किसके कारण उसे हार मैं आई हूँ।
बतला कर उसे बुरा,अपने जीवन में अमावस्या कर आई हूं।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
वजह आज मैं उसको नफ़रत करने की दे आई हूँ।
झूठी सच्ची एक मनगढ़ंत कहानी गढ़ के आई हूँ।।
वह क्या जाने किसके कारण उसे हार मैं आई हूँ।
बतला कर उसे बुरा,अपने जीवन में अमावस्या कर आई हूं।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”