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8 Apr 2025 · 1 min read

सारी उदासी उसके दिल के कोने में छुपा कर रख आई हूँ।

सारी उदासी उसके दिल के कोने में छुपा कर रख आई हूँ।
और हँस रही हूँ सोच के ये,की ख़रीददार ग़मों का ढूंढ लाई हूँ ।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”

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