तू ख़ुदा के हुक़्म की तामील तो अच्छे से कर

तू ख़ुदा के हुक़्म की तामील तो अच्छे से कर
कर नहीं सकता भलाई तो बुराई से तो डर
अपनी कोशिश से जहां में कर तरक़्क़ी रात दिन
अपनी कोशिश से बड़ा बन अपनी कोशिश से सॅंवर
शिवकुमार बिलगरामी
तू ख़ुदा के हुक़्म की तामील तो अच्छे से कर
कर नहीं सकता भलाई तो बुराई से तो डर
अपनी कोशिश से जहां में कर तरक़्क़ी रात दिन
अपनी कोशिश से बड़ा बन अपनी कोशिश से सॅंवर
शिवकुमार बिलगरामी