मुक्तक
क्यूँ कर सर पर आसमान उठा लेते हैं लोग
क्यूँ कर घर को वीरान बना देते हैं लोग l
क्यूँ कर नहीं जीते हैं सादगी भरा जीवन
क्यूँ कर जिंदगी को जहन्नुम बना लेते हैं लोग ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
क्यूँ कर सर पर आसमान उठा लेते हैं लोग
क्यूँ कर घर को वीरान बना देते हैं लोग l
क्यूँ कर नहीं जीते हैं सादगी भरा जीवन
क्यूँ कर जिंदगी को जहन्नुम बना लेते हैं लोग ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम