प्रेम
क्या होना था क्या हो गया !
था इकरार लो प्यार हो गया !!
तमाशबीन रही दुनियां
प्यार का इजहार हो गया !!
पूछा…
आशिक से जब हमने
जिंदगी और प्यार की दूरी
बोला…
जिंदगी के सफर में
प्यार बाजार हो गया !!
परिंदा निकला देखने जब
प्रेम की दुनियां लोगो
गुलाम थी मोहब्बत पैसों की
लाचार परिंदा बे जां हो गया
• विशाल शुक्ल