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manjula chauhan
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22 Feb 2024 · 1 min read
टूटते तारे से यही गुजारिश थी,
टूटते तारे से यही गुजारिश थी,
की सपना जहां होता कैसा है।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
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मधुकर श्रेणी
Manjula Chauhan
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