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हिमांशु Kulshrestha
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15 May 2024 · 1 min read
टूट कर
सदाएं भी
बिलख उठीं
तड़प कर
मोहब्बत जो टूट
गई बिखर कर
हिमांशु Kulshrestha
Competition:
Poetry Writing Challenge-3
Language:
Hindi
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