माँ और बेटी – अनमोल रिश्ता
माँ की ममता, प्यार अपार,
बेटी है उसकी दुनिया का संसार।
एक दूजे के दिल की धड़कन,
दोनों में बसता है अपनापन।
बेटी जब हँसे, माँ मुस्कुराए,
उसके ग़म से माँ घबराए।
माँ की गोद सुकून की छाया,
बेटी का संग खुशियों की माया।
माँ के आँचल में बचपन बीते,
बेटी से घर आँगन रीते।
फिर भी दिल में बसी रहती है,
हर घड़ी माँ की याद बहती है।
जब माँ बूढ़ी हो जाए कभी,
बेटी ही सहारा बन जाए तभी।
जिस प्यार से माँ ने पाला,
बेटी वही फर्ज़ निभाए खिलाकर निवाला।
माँ और बेटी का रिश्ता प्यारा,
इससे सुंदर नहीं कोई सहारा।
एक दूजे में प्रेम समाया,
ईश्वर का यह सबसे सुंदर साया। ❤️