मुरादाबाद है अपना(गीत)

गीत
जहाँ गंगा की है धारा मुरादाबाद है अपना
बहुत सुंदर बहुत प्यारा मुरादाबाद है अपना
सुनहरा रूप है इसका नगर पीतल का कहलाता
मचाता धूम जग में है विदेशों से बड़ा नाता
गगन में ध्रुव सा ये तारा मुरादाबाद है अपना
बहुत सुंदर बहुत प्यारा मुरादाबाद है अपना
हमारे शहर का हर क्षेत्र में ही काम है ऊँचा
हुआ कवि शायरों से भी यहाँ का नाम है ऊँचा
जिसे जाने जगत सारा मुरादाबाद है अपना
बहुत सुंदर बहुत प्यारा मुरादाबाद है अपना
यहाँ के मंदिरों की भी अलग ही शान दिखती है
नमाजों और भजनों में मिलन की तान दिखती है
सभी का है यही नारा मुरादाबाद है अपना
बहुत सुंदर बहुत प्यारा मुरादाबाद है अपना
बने साहित्य पथ उनकी तो बस शोभा निराली है
चमकते पार्क फव्वारे सड़क हर इसकी आली है
हुआ स्मार्ट जो न्यारा मुरादाबाद है अपना
बहुत सुंदर बहुत प्यारा मुरादाबाद है अपना
डॉ अर्चना गुप्ता