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3 Mar 2025 · 1 min read

सुनता उसका बालमन , दिन में सौ -सौ बार ।

सुनता उसका बालमन , दिन में सौ -सौ बार ।
ओ छोटू उस मेज पर , जल्दी कपड़ा मार ।।
राजपाल सिंह गुलिया

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