खुद पर यकीन
हारने के कारण अनेक
पर जीतने को एक जुनून ही काफी है।
राहों में गिरते रहे हम बार-बार
पर संभलने की एक जिद ही काफी है।
अंधेरा जीवन में छा जाता कई बार
पर रोशनी की एक उम्मीद ही काफी है।
रुकावटें राहों में आती हर बार
पर आगे बढ़ने का एक हौसला ही काफी है।
धारा के साथ तो हर कोई बह लेता
पर धारा के विपरीत एक कोशिश ही काफी है।
बिन पंख उड़ धरती पर आ गिरते
पर आसमान में उड़ने का एक साहस ही काफी है।
मरने के बहाने हो सकते है हजार
पर जीने की तो एक वजह ही काफी है।
दुनिया चाहे जितनी आलोचना करें
पर खुद पर किया गया एक यकीन ही काफी है।