Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2024 · 1 min read

क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता

क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता?
सच पूछो तब हँसने का भी मौसम न होता।
कांटों की जो सेज न होती, फूल कहाँ पर सोते?
जो ये काली रात न होती, ओंस कहाँ पिरोते?
सुबह सूर्य के दर्शन कर फिर क्यों इतना इतराते?
इतना खिला खिला तब कोई उपवन न होता,
सच पूछो तब हँसने का भी मौसम न होता।
क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता?

प्यास से न कंठ तरसते पानी अमृत क्यों बनता?
चिलचिलाती धूप न होती, बादल क्यों बरसता?
गरज बरस कर जो धरती से अंबर न मिलता,
हरा भरा धरती पर इतना जीवन न होता
सच पूछो तब हँसने का भी मौसम न होता।
क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता?

विरह का जो दर्द न होता मिलना किसको कहते?
रातों की जो नींद न उड़ती, थककर कैसे सोते?
सुनहरे सपनों को तब किसके नयन पिरोते?
नित नूतन तब मानव का मन न होता।
सच पूछो तब हँसने का भी मौसम न होता।
क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता?

देखी जो हार न होती जीत खुशी न देती।
सुख के आंसू कैसे सहती जो आंख कभी न रोती।
खुद न जलती लौ तो फिर तम कैसे हर लेती?
रात न होती, दिन भी इतना उज्जवल न होता।
सच पूछो तब हँसने का भी मौसम न होता।
क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता?
सच पूछो तब हँसने का भी मौसम न होता।

Language: Hindi
1 Like · 90 Views

You may also like these posts

- स्नेह का बंधन -
- स्नेह का बंधन -
bharat gehlot
शीर्षक -घर
शीर्षक -घर
Neeraj Agarwal
*चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (हास्य कुंडलिया)*
*चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मेहमान रात के
मेहमान रात के
Godambari Negi
इन चरागों का कोई मक़सद भी है
इन चरागों का कोई मक़सद भी है
Shweta Soni
இவன்தான் மனிதன்!!!
இவன்தான் மனிதன்!!!
Otteri Selvakumar
कौन किसके सहारे कहाँ जीता है
कौन किसके सहारे कहाँ जीता है
VINOD CHAUHAN
प्रजा शक्ति
प्रजा शक्ति
Shashi Mahajan
मत डरो
मत डरो
Rambali Mishra
मोदीजी का यू.ए.ई दौरा
मोदीजी का यू.ए.ई दौरा
Nitesh Shah
आसमान में गूँजता,
आसमान में गूँजता,
sushil sarna
वार्तालाप
वार्तालाप
Pratibha Pandey
📍बस यूँ ही📍
📍बस यूँ ही📍
Dr Manju Saini
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
Dr fauzia Naseem shad
सत्य मिलता कहाँ है?
सत्य मिलता कहाँ है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कुछ भी तो पहले जैसा नही रहा
कुछ भी तो पहले जैसा नही रहा
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
जो सारे दुखों को हर लें भी भगवान महादेव हर है ।
जो सारे दुखों को हर लें भी भगवान महादेव हर है ।
Rj Anand Prajapati
■ शुभ धन-तेरस।।
■ शुभ धन-तेरस।।
*प्रणय*
नारी का बदला स्वरूप
नारी का बदला स्वरूप
विजय कुमार अग्रवाल
अब भी टाइम बचा बहुत है
अब भी टाइम बचा बहुत है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
Time flies🪶🪽
Time flies🪶🪽
पूर्वार्थ
"आजमाना "
Dr. Kishan tandon kranti
बस देखने का नजरिया है,
बस देखने का नजरिया है,
Aarti sirsat
कलश चांदनी सिर पर छाया
कलश चांदनी सिर पर छाया
Suryakant Dwivedi
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
शेखर सिंह
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
Manisha Manjari
सतगुरु से जब भेंट हुई
सतगुरु से जब भेंट हुई
Buddha Prakash
3121.*पूर्णिका*
3121.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निशाचार
निशाचार
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
Loading...