एक लड़की

है एक लड़की जो मुझे अपना दोस्त कहती हैं
मेरी उलझनों को दूर वो पल भर में कर देती है
मुझ से छोटी है पर बातें उसकी बड़ी- बड़ी हैं
है संजीदा भी वो कमाल की
ओर शरारती भी बड़ी है
कुछ करने की जिद्दी है
हे एक लड़की जो उम्र में मुझ से छोटी है
मेरी उलझनों को वो दूर कर देती है
छोटे-छोटे बच्चों के संग
बच्चों जैसी वो हो जाती है
बड़े बूढ़ों की भी प्यारी बिटिया कहलाती है
दोस्तों के साथ बतियाने को वो
दरवार लगाना कहती हैं
है एक लड़की जो मुझे अपना दोस्त कहती हैं