हमारे जिस समाज में लड़की को लक्ष्मी का रूप दिया जाता है उसी

हमारे जिस समाज में लड़की को लक्ष्मी का रूप दिया जाता है उसी समाज में लक्ष्मी को उधेड़ते हुए भी देखा है कभी किसी पुरुष के रूप में भेड़िए ने नोचा तो कभी लड़की ने अपना प्रदर्शन कर स्वयं आमंत्रण दिया ये दोनों बाते सबके लिए नहीं बल्कि उन लोगों के लिए है जो यहीं हमारे आपके बीच रहते है। आते जाते यूं तो पचासों मिलते हैं कि उनकी निगाह भर से दुप्पटा संभालना पड़ता है कि कहीं कोई अंग खुला तो नहीं उनकी नज़र ही मानो हमे छू रही है। कोई ऊपर से नीचे तक देखकर ही खुश है तो कोई कभी दो चार बोली बोल कर जो आपको गाली से भी ज्यादा बत्तर लगे। कौन कैसा है बहुत मुश्किल है समझना ये सब सुलझेगा ये तो हम कहने से रहे बाकी आप अपनी तरफ़ से समाज में हर क्षण चौकन्ने रहे क्योंकि कोई भी छोटा हादसा हुआ तो बात लड़के की बाद में होगी सवाल पहले आपके कपड़े पर किया जाएगा..🙏
~भूमि