मेरी राधा रानी_ मेरी श्याम प्यारी

मेरी राधा रानी_ मेरी श्याम प्यारी
ओ मेरे_ कन्हाई_ हे कुंज बिहारी
तेरी राह तकती न थकती ये आंखे
अब आ भी तो जा मेरे बांके बिहारी
जरा पास _आकर लगा ले गले अब
मेरा दिल भी हारा ये अंखियां भी हारी
ये जख्म मेरे दिल के भरते नही अब
हुआ “कृष्णा”पागल आ बांके बिहारी
✍️कृष्णकांत गुर्जर