कुछ प्रेम मिलने के लिए नहीं होते..🔇

कुछ प्रेम मिलने के लिए नहीं होते..🔇
वे एक दूसरे के पूरक होते हुए
भी अधूरे रहने के लिए होते है….
कुछ प्रेम उत्सव नही मना
पाते पर वे उपवास रखते है….
कुछ प्रेम अनकहे और
अनसुने रहने के लिए होते है….
वे नही होते साथ चलने के
लिए वे वनवास काटते है…
वे मात्र यही संतोष कर पाते हैं
कि वह किसी के हृदय में है
कि वह किसी के मस्तिष्क में है
कि कोई उनके सपने बुनता है.🧿
कि कोई उनके लिए यू ही
मुस्कुराता है या नम आंखें फेर लेता है…!! ♥️