पुराने प्यार के किस्से

छलक जाते हैं आँसू जब भी तुम्हारी याद आती हैं।
पुरानी वो सभी बातें क्यों मुझे अब भी सताती हैं।।
पुराने प्यार के किस्सों की अपनी ही तो कहानी है।
जो गुज़री है मेरे दिल पर वो कहानी भी बतानी है।।
हरेक लम्हा जो हमने बरसों संग संग में बिताया है।
ना मैंने कुछ छुपाया तब भी ना अब तक कुछ छुपाया है।।
बिताये हुए वो दिन वो पल मुझे सब याद आते हैं।
भुलाना चाहता हूँ जितना फिर भी वो रह रह कर सताते हैं।।
मैं तुमको अपने दिल से कभी भी दूर कर नहीं सकता।
तू मेरे साँसों में है बसती और तेरे साँसों में मैं बसता।।
चलो हम अपने प्यार के किस्सो को जमाने को बताते हैं।
कभी भी दूर ना होंगें मिलकर कसम यह आज खाते हैं।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।