सागर की लहरें (कविता संग्रह)
विजय कुमार अग्रवाल (विजय बिजनौरी)
सागर की लहरें (कविता संग्रह) में समाहित सभी कविताएँ समाज में उठने वाले विषयों पर आधारित सवाल तथा समस्याओं को ध्यान में रखकर लिखी गईं है। हर कविता समाज की ग़लत दशा और दिशा की तरफ़ इशारा करती है। समाज...