जल–जल के बुझ जाओगी

चाहे जितने दीप जला लो
रोशन न हो पाओगी
चुना है तुमने अंगारों को
जल–जल के बुझ जाओगी
–कुँवर सर्वेंद्र विक्रम सिंह✍🏻
★स्वरचित रचना
★©️®️सर्वाधिकार सुरक्षित
चाहे जितने दीप जला लो
रोशन न हो पाओगी
चुना है तुमने अंगारों को
जल–जल के बुझ जाओगी
–कुँवर सर्वेंद्र विक्रम सिंह✍🏻
★स्वरचित रचना
★©️®️सर्वाधिकार सुरक्षित