Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

दोहा छंद

दोहा छंद
प्रीत रागिनी खिल उठी, मन में उठे तरंग।
नित्य भोर में आस की,जगती नवल उमंग।।

महका महका सा चमन, महक उठा संसार।
प्रेम भाव से खिल रहा,मेरा घर परिवार।।

रचना करे विधान से, सोचे समझ विचार।
नवल सृजन जब भी करे,जीवन का हो सार।।

मानस करता सोच कर,अंतस लेता भान।
भाव तौल का फ़र्क ही, इनकी यह पहचान।।

मधुर वचन मन मोहते, रिश्तों का हो जोड़।
गुण से ही मनु भा चले, दुर्गुण करते तोड़।।

योगमाया शर्मा
कोटा राजस्थान

321 Views

You may also like these posts

चाहे जितनी देर लगे
चाहे जितनी देर लगे
Buddha Prakash
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
*
*"देश की आत्मा है हिंदी"*
Shashi kala vyas
मां के किसी कोने में आज भी बचपन खेलता हैयाद आती है गुल्ली डं
मां के किसी कोने में आज भी बचपन खेलता हैयाद आती है गुल्ली डं
Ashwini sharma
तेरी खुशियों में शरीक
तेरी खुशियों में शरीक
Chitra Bisht
क्या ख़रीदोगे
क्या ख़रीदोगे
पूर्वार्थ
कवि 'घाघ' की कहावतें
कवि 'घाघ' की कहावतें
Indu Singh
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
23/34.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/34.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा पंचक. . . . लेखक
दोहा पंचक. . . . लेखक
sushil sarna
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चंद ख्वाब मेरी आँखों के, चंद तसव्वुर तेरे हों।
चंद ख्वाब मेरी आँखों के, चंद तसव्वुर तेरे हों।
Shiva Awasthi
धीरज धरो तुम
धीरज धरो तुम
Roopali Sharma
हो गए दूर क्यों, अब हमसे तुम
हो गए दूर क्यों, अब हमसे तुम
gurudeenverma198
बदलती जिंदगी की राहें
बदलती जिंदगी की राहें
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Leading Pigment Distributors in India | Quality Pigments for Every Industry
Leading Pigment Distributors in India | Quality Pigments for Every Industry
Bansaltrading Company
पल
पल
Sangeeta Beniwal
मुकद्दर
मुकद्दर
Phool gufran
होता नहीं कम काम
होता नहीं कम काम
जगदीश लववंशी
भरा कहां कब ओस से किसका कभी गिलास
भरा कहां कब ओस से किसका कभी गिलास
RAMESH SHARMA
कुदरत और भाग्य......एक सच
कुदरत और भाग्य......एक सच
Neeraj Agarwal
बारिश!
बारिश!
Pradeep Shoree
कात्यायनी मां
कात्यायनी मां
मधुसूदन गौतम
सु धिकी सुगन्ध
सु धिकी सुगन्ध
आशा शैली
स्मृति
स्मृति
Rambali Mishra
*दर्शन करना है तो ठहरो, पथ में ठहराव जरूरी है (राधेश्यामी छं
*दर्शन करना है तो ठहरो, पथ में ठहराव जरूरी है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
तुम हो
तुम हो
Jalaj Dwivedi
"तुम कब तक मुझे चाहोगे"
Ajit Kumar "Karn"
तुम्हारी आंखें
तुम्हारी आंखें
Jyoti Roshni
गुब्बारा
गुब्बारा
अनिल "आदर्श"
Loading...