And here we go. Another completion of the year.I came here t
संवेदना मनुष्यता की जान है
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
मेरे जीतने के बाद बहुत आएंगे
कोई भी मजबूरी मुझे लक्ष्य से भटकाने में समर्थ नहीं है। अपने
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Learn the things with dedication, so that you can adjust wel
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा