भ्रष्टाचार
निम्न पायदान चाहे उच्च पायदान का हो,
कहते हैं लोग पदाधीश यह चोर है।
खाद पानी देते इन्हें चुने हुए प्रतिनिधि,
भ्रष्टाचार फल फूल रहा हर ओर है।
लोग भी तो इसके हैं कम जिम्मेदार नहीं,
देते खुद घूस तंत्र माना घूसखोर है।
भ्रष्ट आचरण से पिछड़ गया देश किंतु,
देश है महान कैसे कहूँ कमजोर है।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 04/01/2025