Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2024 · 1 min read

डिग्रियों का कभी अभिमान मत करना,

डिग्रियों का कभी अभिमान मत करना,
अक्सर डिग्रियां भी बेज़ान वस्तु की तरह
पड़ी रह जाती है जब तक आप कोई
एक बेहतरीन काम नहीं कर रहे होते है।

209 Views

You may also like these posts

#क़तआ / #मुक्तक
#क़तआ / #मुक्तक
*प्रणय*
"नसीब के पन्नों में"
Dr. Kishan tandon kranti
बड़े परिवर्तन तुरंत नहीं हो सकते, लेकिन प्रयास से कठिन भी आस
बड़े परिवर्तन तुरंत नहीं हो सकते, लेकिन प्रयास से कठिन भी आस
ललकार भारद्वाज
आइए मोड़ें समय की धार को
आइए मोड़ें समय की धार को
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
* नदी की धार *
* नदी की धार *
surenderpal vaidya
पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,
पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
Rekha khichi
“पथ रोके बैठी विपदा”
“पथ रोके बैठी विपदा”
Neeraj kumar Soni
गीत/भजन- कहो मोहन कहो कृष्णा...
गीत/भजन- कहो मोहन कहो कृष्णा...
आर.एस. 'प्रीतम'
गोवर्धन गिरधारी, प्रभु रक्षा करो हमारी।
गोवर्धन गिरधारी, प्रभु रक्षा करो हमारी।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
नेताम आर सी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन मे दोस्ती ऐसे इंसान से करो जो आपको भी समय आने पर सहायता
जीवन मे दोस्ती ऐसे इंसान से करो जो आपको भी समय आने पर सहायता
रुपेश कुमार
बदलता  है  जीवन  बदलना  जो  चाहो
बदलता है जीवन बदलना जो चाहो
Dr fauzia Naseem shad
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
अंदाजा था तुम्हें हमारी हद का
अंदाजा था तुम्हें हमारी हद का
©️ दामिनी नारायण सिंह
कहते हैं वो समां लौट आयेगा,
कहते हैं वो समां लौट आयेगा,
श्याम सांवरा
मनमानी किसकी चली,
मनमानी किसकी चली,
sushil sarna
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
तज द्वेष
तज द्वेष
Neelam Sharma
पर्वत हैं तो धरती का श्रंगार है
पर्वत हैं तो धरती का श्रंगार है
श्रीकृष्ण शुक्ल
कीचड़ से कंचन
कीचड़ से कंचन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Nishant prakhar
Ram
Ram
Sanjay ' शून्य'
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
शेखर सिंह
आप हँसते हैं तो हँसते क्यूँ है
आप हँसते हैं तो हँसते क्यूँ है
Shweta Soni
होली की आयी बहार।
होली की आयी बहार।
Anil Mishra Prahari
Loading...