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7 Jan 2025 · 1 min read

दोहा

छूट गया बचपन कहीं, नहीं मुझे कुछ ज्ञात।
करने लगा मैं भी अब, औरों जैसी बात।

– श्रीयांश गुप्ता

Language: Hindi
1 Like · 81 Views
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