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25 Dec 2024 · 1 min read

बन जाना तू इस दिल की मलिका,

बन जाना तू इस दिल की मलिका,
बना रहूॅंगा मैं भी सदैव तेरा ख़ादिम।
आना तेरा होगा जीवन में मेरे वसंत जैसा,
होंगे हृदय चमन मेरे पुष्पित – पल्लवित।

…. अजित कर्ण ✍️

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