Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#21 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
293 Followers
Follow
Report this post
18 Nov 2024 · 1 min read
” ना जाने “
” ना जाने ”
जिन्दगी के हसीन तरकश में,
ना जाने कितने बे-रहम तीर होते हैं।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 37 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
पाती
डॉक्टर रागिनी
लौटकर आओगे जब...
श्रीहर्ष आचार्य
3913.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सिंहावलोकन
आचार्य ओम नीरव
मनुष्य को
ओंकार मिश्र
SP54सम्मान देने वालों को
Manoj Shrivastava
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शामें किसी को मांगती है
Surinder blackpen
गणपति संगै रहबै यौ
उमा झा
इंतज़ार के दिन लम्बे हैं मगर
Chitra Bisht
सफलता का जश्न मनाना ठीक है, लेकिन असफलता का सबक कभी भूलना नह
Ranjeet kumar patre
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
आर.एस. 'प्रीतम'
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
पूर्वार्थ
ज़ख्म आज भी
हिमांशु Kulshrestha
जुदाई के रात
Shekhar Chandra Mitra
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
नयी कविता
प्रदीप कुमार गुप्ता
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
Praveen Sain
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
sudhir kumar
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लोकतंत्र बस चीख रहा है
अनिल कुमार निश्छल
माहिया - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
🧟♂️मुक्तक🧟♂️
*प्रणय*
तुम्हारी आँखें।
Priya princess panwar
राजस्थान
Anil chobisa
बहुत दागी यहाँ पर हैं
आकाश महेशपुरी
*भगत सिंह हूँ फैन सदा तेरी शराफत का*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...