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9 Nov 2024 · 1 min read

sp44 आपका आना माना है

sp44 आपका आना मना है
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आपका आना मना है आके फिर जाना मना है
जो लिए निर्णय अनूठे लेकर पछताना मना है

आ गए हो जो समर में युद्ध तो करना पड़ेगा
जीतना है जिंदगी में पीठ दिखलाना मना है

अपने फेके जाल में बेबस शिकारी बन गए हो
मत करो आशा किसी से खुद को भरमाना मना है

समय की आहट समझ जाल से बाहर तो आओ
मत करो आवाज कोई फुसफुसाना भी मना है

ऊंची कक्षा है तुम्हारी बोलना सच ही पड़ेगा
छोटे बच्चे तुम नहीं करना बहाना भी मना है

चलते चलते थक गए हैं कण्ठ भी सूखा हमारा
श्वास मद्दम हो गई अब गुनगुनाना भी मना है
@
डॉक्टर इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव
यह भी गायब हुआ भी गायब

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