Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

“” *माँ सरस्वती* “”

“” माँ सरस्वती “”
*****************

( 1 )” माँ “, माँ शारदे
भगवती वाग्देवी सरस्वती
करते हैं नमन वंदन स्तुति !
आपसे मिलती हमको शक्ति….,
करें नित बारम्बार आपकी भक्ति !!

( 2 )” “, सरस विरल
हे ज्ञानदेवी सविता
सदैव बनाए रखना हमपे कृपा !
आपसे मिलती हमें नवचेतना….,
बरसाते रहना हमपे प्रेम दया करुणा !!

( 3 )” “, रहती हो
आप ह्रदय में
बसती मन मस्तिष्क विचारों में !
आपसे पाकर नव ऊर्जा प्रेरणा…..,
बढ़ते रहें सतत आगे जीवन पथ में !!

( 4 )” स् “, स्वर राग
लय ताल संगीत
सभी कुछ आपसे हर्षाते आएं !
आप ही हो हरेक रचना के मूल में…..,
बिन आपके कुछ सृजन नहीं हो पाएं !!

( 5 )” “, वरदे माँ
वीणादायिनी हमें
कि,सदैव वरदहस्त ये बना रहे !
और मिलती रहे सदविचारों की प्रेरणा…..,
नित जीवन में उन्नति पथ पे बढ़ते रहें !!

( 6 )” ती “, तीक्ष्ण बुद्धि
विवेक बनाए रखना
माँ वागीश्वरी कृपा दया बरसाना !
विद्या वाणी की अधिष्ठात्री देवी…,
सदा ज्ञान उजियारे से झोली भरते चलना !!

( 7 )” माँ सरस्वती “, आप ही हो आदि परम शक्ति
आपकी आराधना से हमारे ज्ञानचक्षु खुलें !
करें श्रीब्रह्मा, विष्णु, महेश आपकी स्तुति…,
श्वेतकमल पे विराजे शुभ्र दिव्य रुप खिले !!

¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥

सुनीलानंद
रविवार,
30 मई, 2024
जयपुर,
राजस्थान |

Language: Hindi
163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुनीलानंद महंत
View all

You may also like these posts

महानिशां कि ममतामयी माँ
महानिशां कि ममतामयी माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तेरे दिल में है अहमियत कितनी
तेरे दिल में है अहमियत कितनी
Dr fauzia Naseem shad
मैं नहीं तो कौन
मैं नहीं तो कौन
Rekha khichi
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कभी-कभी रिश्ते सबक बन जाते हैं,
कभी-कभी रिश्ते सबक बन जाते हैं,
पूर्वार्थ
बरसों बरस बाद प्रियतम के
बरसों बरस बाद प्रियतम के
Mahesh Tiwari 'Ayan'
हारे के सहारे
हारे के सहारे
विशाल शुक्ल
मेरे राम
मेरे राम
Sudhir srivastava
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
Shweta Soni
A Letter to My Future Child
A Letter to My Future Child
Deep Shikha
सम्प्रेषण
सम्प्रेषण
Khajan Singh Nain
चाहत
चाहत
Phool gufran
पेड़ सी सादगी दे दो और झुकने का हुनर डालियों से।
पेड़ सी सादगी दे दो और झुकने का हुनर डालियों से।
Madhu Gupta "अपराजिता"
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
*दो दिन का जीवन रहा, दो दिन का संयोग (कुंडलिया)*
*दो दिन का जीवन रहा, दो दिन का संयोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चाटते हैं रात दिन थूका हुआ जो।
चाटते हैं रात दिन थूका हुआ जो।
Kumar Kalhans
हे नारियों खंजर लेकर चलो
हे नारियों खंजर लेकर चलो
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
Self help is the best help
Self help is the best help
SUNDER LAL PGT ENGLISH
"उल्लू"
Dr. Kishan tandon kranti
કેટલું એકલું લાગે છે !!
કેટલું એકલું લાગે છે !!
Iamalpu9492
स्वयं संगीता
स्वयं संगीता
Sakhi
*पर्यावरण दिवस * *
*पर्यावरण दिवस * *
Dr Mukesh 'Aseemit'
उम्र  बस यूँ ही गुज़र रही है
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है
Atul "Krishn"
पेड़ से कौन बाते करता है ?
पेड़ से कौन बाते करता है ?
Buddha Prakash
3291.*पूर्णिका*
3291.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गौरैया
गौरैया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़,
ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़,
Ranjeet kumar patre
sp41 किस्मत का हो गया /अजब खेल है
sp41 किस्मत का हो गया /अजब खेल है
Manoj Shrivastava
मुक्तक
मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
Loading...