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8 Nov 2024 · 1 min read

4900.*पूर्णिका*

4900.*पूर्णिका*
🌷 बरसे हरदम बादल प्यारे 🌷
22 22 22 22
बरसे हरदम बादल प्यारे।
चमके हरदम बादल प्यारे।।
साथी देकर खुशियांँ अपनी ।
हरसे हरदम बादल प्यारे।।
सूखा देखो प्यासा सागर।
तरसे हरदम बादल प्यारे।।
मौसम बदले रंग यहाँ पर ।
गरजे हरदम बादल प्यारे।।
गम भी आज नहीं है खेदू ।
सरसे हरदम बादल प्यारे।।
………✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
08-11-2024शुक्रवार

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