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7 Nov 2024 · 1 min read

सांसों का क्या ठिकाना है

तेरे साथ हर पल बिताना है
सांसों का क्या ठिकाना है

ना रुक थक हार कर के
ना बैठ मन मार कर के
हर हाल में चलते जाना है
सांसों का क्या ठिकाना है

जो करना है कर ले अभी
ना टाल -मटोल कर कभी
हर पल सीखना सिखाना है
सांसों का क्या ठिकाना है

जो बीत गया वो पल बेहतर
जो आयेगा वो कल बेहतर
हर लम्हे का साथ निभाना है
सांसों का क्या ठिकाना है

नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला -कुशीनगर

Language: Hindi
86 Views

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