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19 Oct 2024 · 1 min read

4712.*पूर्णिका*

4712.*पूर्णिका*
🌷 कोई तो है जो साथ रहता🌷
22 22 22 122
कोई तो है जो साथ रहता ।
अंर्तमन में हरपल साथ रहता।।
आँखों से भी दिखता नहीं कुछ ।
सुंदर ख्यालों में साथ रहता।।
ना जाने खेले खेल दुनिया
टाले संकट में साथ रहता ।।
मौसम जैसा मन रंग बदले ।
गाढ़ा रंग यहाँ साथ रहता ।।
मारा खेदू हालात का सब ।
उबरे जीवनभर साथ रहता।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
19-10-2024शनिवार

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