Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2024 · 1 min read

” इस दशहरे १२/१०/२०२४ पर विशेष “

धर्म, मर्यादा सिखाता, हृदय से स्वीकार हो,
राम हैं आदर्श, जीवन का यही बस सार हो।

वेद की, गूँजें ऋचाएं, ज्ञान का विस्तार हो,
“विश्व एक कुटुम्ब” बस यह भावना साकार हो।

हो परस्पर प्रेम, आशा जनित सहज विचार हो,
सत्य की हो जीत, मिथ्या हर कथन की हार हो।

कुप्रथा, कुप्रचार, कुत्सित भावना पे प्रहार हो,
अस्मतोँ से खेलते, दशमुख पे, भरसक वार हो।

इस दशहरे, हर बुराई का प्रबल प्रतिकार हो,
दम्भ दानव, द्वेष दावानल, दहन इस बार हो..!

##————##———–##————

Language: Hindi
Tag: गीत
8 Likes · 12 Comments · 95 Views
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all

You may also like these posts

"कारवाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा
दोहा
sushil sarna
3885.*पूर्णिका*
3885.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
भक्त कवि स्वर्गीय श्री रविदेव_रामायणी*
भक्त कवि स्वर्गीय श्री रविदेव_रामायणी*
Ravi Prakash
How to keep a relationship:
How to keep a relationship:
पूर्वार्थ
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
डॉ.सीमा अग्रवाल
नयी नवेली
नयी नवेली
Ritu Asooja
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
लेख
लेख
Praveen Sain
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
RAMESH SHARMA
सृजन
सृजन
Mamta Rani
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
आस्था के प्रतीक है, राम
आस्था के प्रतीक है, राम
Bhupendra Rawat
प्रेम हैं अनन्त उनमें
प्रेम हैं अनन्त उनमें
The_dk_poetry
**ईमान भी बिकता है**
**ईमान भी बिकता है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक दुआ दिल से
एक दुआ दिल से
MEENU SHARMA
शिशु – – –
शिशु – – –
उमा झा
🙅ओनली पूछिंग🙅
🙅ओनली पूछिंग🙅
*प्रणय*
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
Aadarsh Dubey
हमने एक बात सीखी है...... कि साहित्य को समान्य लोगों के बीच
हमने एक बात सीखी है...... कि साहित्य को समान्य लोगों के बीच
DrLakshman Jha Parimal
दुर्योधन की पीड़ा
दुर्योधन की पीड़ा
Paras Nath Jha
Gatha ek naari ki
Gatha ek naari ki
Sonia Yadav
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
आजकल
आजकल
Dr.Pratibha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
खयालात( कविता )
खयालात( कविता )
Monika Yadav (Rachina)
बहू चाहिए पर बेटी नहीं क्यों?
बहू चाहिए पर बेटी नहीं क्यों?
Rekha khichi
मजदूर का दर्द (कोरोना काल )– गीत
मजदूर का दर्द (कोरोना काल )– गीत
Abhishek Soni
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
Monika Arora
Loading...