मेरा प्रेम अनंत हो गया ….
मेरा प्रेम अनंत हो गया ….
जगाते हैं
सारी सारी रात
मधु पलों में भीगे
वो शब्द
जो तेरी उँगलियों ने
अपने स्पर्श से
मेरे ज़िस्म पर
छोड़े थे
ढूंढती हूँ
तब से आज तक
तेरे बाहुपाश में
विलीन हुए
उन लम्हों को
जिनमें मेरा अस्तित्व
तुम में समर्पित हो
शून्य हो गया
मेरे एकांत का
अंत हो गया
और
मेरा प्रेम
अनंत हो गया
सुशील सरना