Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2024 · 1 min read

4350.*पूर्णिका*

4350.*पूर्णिका*
🌷 इंसान वही जो लेते देते🌷
22 22 22 22 2
इंसान वही जो लेते देते।
भगवान वही जो लेते देते।।
खाली हाथ नहीं आते कोई।
बलवान वही जो लेते देते।।
एक जुबां एक जहाँ रहते हैं ।
बलिदान वही जो लेते देते।।
भूले भटके हमराही देखो।
कद्रदान वही जो लेते देते।।
देख चमक भी अपनी है खेदू।
अरमान वही जो लेते देते।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
16-09-2024 सोमवार

82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
Subhash Singhai
बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसद्दस मुज़ाफ़
बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसद्दस मुज़ाफ़
sushil yadav
मधुमास
मधुमास
Kanchan verma
गुज़रे हुए मौसम, ,,,
गुज़रे हुए मौसम, ,,,
sushil sarna
हमारा चंद्रयान
हमारा चंद्रयान
अरशद रसूल बदायूंनी
रे मन
रे मन
Usha Gupta
वो भी लोग क्या खूब होते है जो रहते है देश की सरहदों पर।
वो भी लोग क्या खूब होते है जो रहते है देश की सरहदों पर।
Rj Anand Prajapati
तेरी मासूमियत देखकर
तेरी मासूमियत देखकर
Dr.sima
समुद्र का नजारा सुंदर हैं।
समुद्र का नजारा सुंदर हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
पुरुष का दर्द
पुरुष का दर्द
पूर्वार्थ
एक सत्य मेरा भी
एक सत्य मेरा भी
Kirtika Namdev
मैं अपने दिल की रानी हूँ
मैं अपने दिल की रानी हूँ
Dr Archana Gupta
रोना उचित नहीं रे, संशय रखे हृदय में
रोना उचित नहीं रे, संशय रखे हृदय में
संजय निराला
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Bodhisatva kastooriya
शेर -
शेर -
bharat gehlot
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
Meera Thakur
सुना हैं जज्बातों पर काबु रखने से अक़्सर हिम्मत मिल जाया करत
सुना हैं जज्बातों पर काबु रखने से अक़्सर हिम्मत मिल जाया करत
ruchi sharma
जीवन यात्रा
जीवन यात्रा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
अंग्रेज तो चले गए ,
अंग्रेज तो चले गए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ज्ञान की पाठशाला - मां
ज्ञान की पाठशाला - मां
ललकार भारद्वाज
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
रूठना - मनाना ये प्यार के खेल है,
रूठना - मनाना ये प्यार के खेल है,
Buddha Prakash
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rambali Mishra
रिश्तों के जज्बात
रिश्तों के जज्बात
Sudhir srivastava
#गीत-
#गीत-
*प्रणय प्रभात*
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
3770.💐 *पूर्णिका* 💐
3770.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जन्माष्टमी
जन्माष्टमी
लक्ष्मी सिंह
गंधारी
गंधारी
Shashi Mahajan
Loading...