Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

दिल के रिश्ते

कभी किसी से दिल के रिश्ते जोडना नही!
गर जुड भी जाए कभी,तो फिर तोडना नही!!

जुडने से ज्यादा, टूटने से तकलीफ होती है!
चेहरे से दिखे न दिखे,फिर भी ऑख रोती है!!

प्यार का इकरार करना, इतना जरूरी नही!
सौदा टूट जाए बेशक,आस कभी तोडना नही!!

है यह वो ज़ज्बा,जहा दोनो तरफ बस हार है!
कभी गले का हार है.तो कभी दिल की हार है!!

इश्क के चमन मे,कभी कोई पौधा रोपना नही’!
खिले जो फूल इस पर,फूल कभी तोडना नही!!

Language: Hindi
1 Like · 100 Views
Books from Bodhisatva kastooriya
View all

You may also like these posts

जागरण
जागरण
Shekhar Deshmukh
महिला प्रतीक है स्वाभिमान का
महिला प्रतीक है स्वाभिमान का
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
मैं बसंत
मैं बसंत
Meenakshi Bhatnagar
रूपाळी राजवण🙆
रूपाळी राजवण🙆
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
आओ मिलकर सुनाते हैं एक दूसरे को एक दूसरे की कहानी
आओ मिलकर सुनाते हैं एक दूसरे को एक दूसरे की कहानी
Sonam Puneet Dubey
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
ମୁଁ କିଏ?
ମୁଁ କିଏ?
Otteri Selvakumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
3583.💐 *पूर्णिका* 💐
3583.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तूने मुझे भुला तो कबका दिया था, तूने बताया तब जब कोई और मिला
तूने मुझे भुला तो कबका दिया था, तूने बताया तब जब कोई और मिला
Iamalpu9492
३ बंदर(३ का पहाड़ा)
३ बंदर(३ का पहाड़ा)
Dr. Vaishali Verma
मस्ती का त्योहार है होली
मस्ती का त्योहार है होली
कवि रमेशराज
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
कैसे समझाऊं उसे
कैसे समझाऊं उसे
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
Sahil Ahmad
करुणभाव
करुणभाव
उमा झा
मोहब्बत का तोफा लेकर
मोहब्बत का तोफा लेकर
goutam shaw
करो प्रतीक्षा!
करो प्रतीक्षा!
*प्रणय*
आदमी और जीवन
आदमी और जीवन
RAMESH Kumar
"बहुत दिनों से"
Dr. Kishan tandon kranti
बंजारा
बंजारा
Mohammed urooj khan
मत फैला तू हाथ अब उसके सामने
मत फैला तू हाथ अब उसके सामने
gurudeenverma198
3. Cupid-Struck
3. Cupid-Struck
Ahtesham Ahmad
यादों की जीवंत यात्रा
यादों की जीवंत यात्रा
Minal Aggarwal
*जनता का वाहन कहो, रिक्शा जिंदाबाद (कुंडलिया)*
*जनता का वाहन कहो, रिक्शा जिंदाबाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वंदन हमारा
वंदन हमारा
Ravi Yadav
कैसे?
कैसे?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
चटोरी जीभ!
चटोरी जीभ!
Pradeep Shoree
शाद
शाद" इस ज़िन्दगी की चाहत का
Dr fauzia Naseem shad
मौज  कर हर रोज कर
मौज कर हर रोज कर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...